सहारनपुर : इस्लामिक शिक्षण सस्था दारुम उलूम के मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा है कि दारुम उलूम ने योग के सम्बध में कोई फतवा जारी नहीं किया है और साथ ही उन्होंने कहा कि योग पर धर्म का ठप्पा लगाना उचित नहीं है. नोमानी ने पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहा कि योग मे प्राणायाम अथवा सूर्य नमस्कार में मंत्रों का जाप होता है जो कि पूरी तरह से गैरइस्लामी है. लेकिन योग को अगर व्यायाम या शारीरिक कसरत के तौर पर किया जाये तो इसमे कोई हर्ज नहीं है.
उन्होंने कहा कि योग पर धर्म का ठप्पा लगाना उचित नहीं है. हिन्दुस्तान में सभी धर्मों के लोग अपने अपने तरीके से जिंदगी गुजारते है यह उनका अधिकार भी है. इसलिये यहां के अवाम पर कोई भी कार्य जबरन नहीं थोपा जाना चाहिये. नोमानी ने कहा कि इस्लाम मे भी अपने शरीर को स्वस्थ रखने और कसरत करने को कहा गया है लेकिन योग दिवस के रूप में किसी खास धर्म का लेबिल लगाना उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि दारुम उलूम को किसी भी मसले के सम्बध में कोई लिखित पत्र मिलता है तो कुरान और हदीस की रोशनी में उसका जबाव दिया जाता है.