आलोचनाओं से घिरे वीके सिंह ने सफाई दी
नयी दिल्ली : सेना द्वारा जम्मू कश्मीर में मंत्रियों को धन दिए जाने संबंधी अपने बयान पर आलोचनाओं से घिरे पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने आज यह कहकर सफाई दी कि यह रिश्वत नहीं थी, लेकिन केंद्र सरकार ने मामले में जांच का आदेश देने की मंशा जताई है. पिछले वर्ष मई […]
नयी दिल्ली : सेना द्वारा जम्मू कश्मीर में मंत्रियों को धन दिए जाने संबंधी अपने बयान पर आलोचनाओं से घिरे पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने आज यह कहकर सफाई दी कि यह रिश्वत नहीं थी, लेकिन केंद्र सरकार ने मामले में जांच का आदेश देने की मंशा जताई है.
पिछले वर्ष मई में सेना प्रमुख का पद छोड़ने वाले विवादास्पद जनरल ने यह बयान देकर राजनीतिक तूफान ला दिया था कि इस गड़बड़ी वाले राज्य में सेना मंत्रियों को आजादी के बाद से धन दे रही है. राज्य में सत्तारुढ़ नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
उन्होंने राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित गुड़गांव में एक प्रेस काफ्रेंस बुलाई, जिसमें उन्होंने अपने आरोपों को हलका करते हुए कहा कि यह पैसा मंत्रियों के निजी उपयोग के लिए नहीं था बल्कि लोगों के बीच सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए था. इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि उन्होंने यह आरोप लगाकर कोई गलती नहीं की है.
मैंने कोई गलती नहीं की है. जब मैंने यह कहा कि कुछ राजनीतिज्ञों को धन दिया गया, इसका यह मतलब नहीं था कि यह उनके व्यक्तिगत उद्देश्यों अथवा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए था. यह उनकी जेबों में जाने अथवा रिश्वत के लिए नहीं था. अगर कोई कहता है कि मंत्रियों को रिश्वत दी गई, तो यह पूरी तरह गलत है. सिंह ने कहा, यह सिर्फ स्थिरता के लिए..लोगों का दिल और दिमाग जीतने के लिए, लोगों को पृथकतावादी गतिविधियों से दूर करके सद्भावना की छत्रछाया में लाने के लिए था.