ललित मोदी प्रकरण : सुषमा स्वराज ने नहीं की इस्तीफे की पेशकश !

नयी दिल्ली : यात्रा संबंधी दस्तावेज हासिल करने में ललित मोदी की मदद करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ऊपर से विवाद का साया थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि इस मामले में खुद सुषमा स्वराज कुछ बयान दे सकतीं हैं लेकिन आज एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 12:50 PM

नयी दिल्ली : यात्रा संबंधी दस्तावेज हासिल करने में ललित मोदी की मदद करने को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ऊपर से विवाद का साया थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज ऐसे कयास लगाये जा रहे थे कि इस मामले में खुद सुषमा स्वराज कुछ बयान दे सकतीं हैं लेकिन आज एक सार्वजनिक कार्यक्रम (मानसरोवर यात्रा के कार्यक्रम ) में भाग लेने पहुंची मंत्री ने इसपर चर्चा तक नहीं की.

वहीं दूसरी ओर मीडिया में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की पेशकश की खबर ने आज काफी चर्चा बटोरा जिसके बाद यह खबर आयी की इस तरह की पेशकश उनके द्वारा नहीं की गयी. पहले सूत्रों के हवाले से न्यूज चैनलों ने खबर चलाई कि सुषमा स्वराज ने विवाद के बाद प्रधानमंत्री को शुक्रवार की रात इस्तीफे की पेशकश की थी. इस खबर के कुछ देर के बाद मीडिया में ऐसी खबरें आने लगी कि सुषमा स्वराज ने इस्तीफे की पेशकश नहीं की थी.

कांग्रेस इस विवाद के बाद से ही विदेश मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही है. कांग्रेस ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि कि सूट बूट की सरकार करोडों रुपए का घोटाला करने के आरोपी व्यक्ति को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है. कांग्रेस के प्रवक्ता अजय कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा, विदेश मंत्री और पूरी सरकार प्रवर्तन निदेशालय के एक आरोपी के बचाव में सामने आ गई है. सूट बूट की सरकार वित्त घोटाले के आरोपी को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रही है.

उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज को मोदीगेट में ‘‘अनैतिक और गैर कानूनी’’ काम करने के लिए विदेश मंत्री के पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सुषमा की संलिप्तता का उनके और पूर्व आईपीएल प्रमुख के बीच ईमेल पर हुई बातचीत से पता चलता है. कुमार ने कहा कि भाजपा को लोगों को जवाब देना होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को आकाशवाणी पर अपनी ‘मन की बात’ में इस मामले पर बोलना चाहिए.

कांग्रेस ने कल पूरी भाजपा और केंद्र सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘मौन स्वीकृति’’ के साथ ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगाया था. उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की थी.

Next Article

Exit mobile version