ललित मोदी विवाद की आंच पहुंची वसुंधरा राजे तक, ”आप” पार्टी ने कहा- काला धन जमा करने वालों के आए ”अच्छे दिन”

जयपुर : ललित मोदी विवाद से राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम जुड़ने के बाद वह कांग्रेस के निशाने पर आ गयी हैं. वसुंधरा राजे पर हमला करते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि वसुंधरा राजे जी के बारे में टिप्पणी करने से क्या होगा ? उनके बारे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 8:31 AM

जयपुर : ललित मोदी विवाद से राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम जुड़ने के बाद वह कांग्रेस के निशाने पर आ गयी हैं. वसुंधरा राजे पर हमला करते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि वसुंधरा राजे जी के बारे में टिप्पणी करने से क्या होगा ? उनके बारे में पूरा देश और प्रदेश जानता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं, यह तो आने वाला समय ही बतायेगा.

कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि राजीव शुक्ला पहले ही कह चुके हैं कि पिछले 3 साल से ललित मोदी के साथ उनका कोई संपर्क नहीं हुआ है. आम आदमी पार्टी के नेता आशिष खेतान ने कहा कि यह अब साफ हो चुका है कि अच्छे दिन कैसे लोगों के आए हैं. सरकार कालाधन जमा करने वालों के अच्छे दिन लाने में लगी हुई है.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि एक व्यक्ति जिसने गलत तरीके से काला धन कमाया उसकी मदद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कर रहीं हैं. उन्हें यह पता है कि वह कानून तोड़ रहीं हैं. भाजपा अब इस मामले में उनका साथ दे रही है. यह बड़े शर्म की बात है. इस मामले में प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.

ललित मोदी मामले में कांग्रेस सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर अपने रुख को और सख्त बनाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को इस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानीवाली एसआइटी से जांच कराने की मांग की. कांग्रेस ने घोटाले के दागी ललित मोदी को ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज हासिल करने में मदद पहुंचाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे और उनके खिलाफ मामला दर्ज किये जाने की पहले से ही मांग की है.

मंगलवार को ही कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिं‍ह ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री को आड़े हाथ लेते हुए उनसे चुप्पी तोड़ने को कहा.

Next Article

Exit mobile version