सुषमा-ललित मोदी विवाद गहराया: चिदंबरम ने ब्रिटेन को लिखा पत्र सार्वजनिक करने की मांग की

नयी दिल्ली: भाजपा के शीर्ष नेताओं वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज से जुडा ललितगेट विवाद और गहराता जा रहा है और अब पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ललित मोदी मामले में संप्रग सरकार के दौरान ब्रिटेन के अधिकारियों को लिखे गए सभी पत्रों को सार्वजनिक करने की मांग की जिसमें बारे में उनका कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 3:41 PM
नयी दिल्ली: भाजपा के शीर्ष नेताओं वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज से जुडा ललितगेट विवाद और गहराता जा रहा है और अब पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ललित मोदी मामले में संप्रग सरकार के दौरान ब्रिटेन के अधिकारियों को लिखे गए सभी पत्रों को सार्वजनिक करने की मांग की जिसमें बारे में उनका कहना है कि इससे कांग्रेस और उनके खिलाफ सभी आरोपों का जवाब मिल जायेगा.
कांग्रेस ने इस मामले में दागी पूर्व आईपीएल आयुक्त ललित मोदी की मदद करने के लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग की.इस मामले में कांग्रेस की ओर से भाजपा पर हमला उस समय और तेज हो गया है जब ललित मोदी की ओर से यह विस्फोटक दावा किया गया कि वसुंधरा राजे ने ब्रिटेन में उनकी आव्रजन याचिका पर लिखित में उनका समर्थन किया था और उनका विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ पारिवारिक संबंध है और सुषमा के पति और उनकी पुत्री ने उन्हें नि:शुल्क कानूनी सेवा प्रदान की थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने आज अपने ट्विट में कहा, संप्रग के खिलाफ ललित मोदी के आरोपों का पूरा जवाब ब्रिटेन के चांसलर को लिखे पत्र से मिल सकता है. इन्हें जारी करें.ललित मोदी ने कल रात टेलीविजन पर साक्षात्कार में कांग्रेस और चिदंबरम पर राजनीतिक बदले के तहत निशाना साधने का आरोप लगाया था जो आईपीएल घोटाले के बाद कांग्रेस नेता शशि थरुर के मंत्री पद गंवाने से संबंधित है.
दो वर्ष से भी पहले तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ब्रिटिश सरकार से पूछा था कि वह पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है जो धन शोधन समेत व्यापक वित्तीय अनियमितता के मामले में आरोपी है और लंदन में शरण लिये हुए हैं.
चिदंबरम ने इस विषय को 2013 में चांसलर आफ द एक्सचेकर जार्ज ओसबोर्न के साथ बैठक में उठाया था. वह चाहते थे कि ब्रिटेन ललित मोदी को वापस भेजे क्योंकि भारत में उनका पासपोर्ट जब्त हो गया था और उनके ब्रिटिश वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी.
ललितगेट में नये खुलासे से इसमें वसुंधरा राजे का नाम जुडने के बाद कांग्रेस की प्रवक्ता शोभा ओझा ने ललित मोदी की मदद करने के लिए राजे और सुषमा के इस्तीफे की मांग की है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में उनकी चुप्पी से स्पष्ट होता है कि इन नेताओं को प्रधानमंत्री का मौन समर्थन प्राप्त है.
बहरहाल, बाल्कन क्षेत्र के छोटे देश मोंटीनेग्रो में छुट्टियां मना रहे ललित मोदी ने कहा कि दो वर्ष पहले कैंसर का उपचार करा रही उनकी पत्नी के साथ राजे पुर्तगाल गई थीं. राजे दिसंबर 2013 में दूसरी बार राजस्थान की मुख्यमंत्री बनीं.
आईपीएल के पूर्व दागी आयुक्त की यह टिप्पणी इस समय काफी महत्व रखती है क्योंकि उनका यह बयान इस खबर के कुछ ही घंटे बाद आया कि राजे ने ब्रिटेन में आव्रजन के संबंध में उनके मामले में ब्रिटिश अधिकारियों के समक्ष अगस्त 2011 में गवाह के तौर पर बयान दिया था जिसे उन्होंने भारत से फरार होने के बाद आधार बनाया था जहां वह धन शोधन और फेमा उल्लंघन के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं.

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