कर्नाटक के एक मंत्री का विवादित बयान, कहा आलसी लोगों के लिए है योग
बेंगलुरु: अपनी ही सरकार के रुख के विपरीत टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के सामाजिक कल्याण मंत्री अंजनैया ने आज कहा कि योग उन आलसी लोगों के लिए है जिनके पास व्यायाम के लिए समय नहीं है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, योग आलसी लोगों के लिए है, खासकर संपन्न परिवारों के लोगों के लिए. उनके […]
बेंगलुरु: अपनी ही सरकार के रुख के विपरीत टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के सामाजिक कल्याण मंत्री अंजनैया ने आज कहा कि योग उन आलसी लोगों के लिए है जिनके पास व्यायाम के लिए समय नहीं है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, योग आलसी लोगों के लिए है, खासकर संपन्न परिवारों के लोगों के लिए. उनके पास टहलने सहित खुले में व्यायाम करने का समय नहीं होता. 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रुप में मनाने में कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के देश के अन्य राज्यों का साथ देने के बीच, मंत्री ने कहा कि इसके विपरीत खेतों में काम करने वाले और पसीना बहाने वाले लोगों को योग की जरुरत नहीं होती.
अंजनैया ने कहा कि लोगों को योग करने के बजाय अपने बच्चों को दौडने और टहलने सहित बाहर मैदान में खेलने के लिए उत्साहित करना चाहिए.
उन्होंने कहा, लोगों को अपने बच्चों को योग के बजाय दौडने और दूर तक टहलने सहित मैदान में खेलने के लिए के लिए कहना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्हें योग संबंधी क्रियाकलापों में शामिल नहीं होना चाहिए और समय देश चलाने में लगाना चाहिए.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री को योग नहीं करना चाहिए और ना ही इसमें शामिल होना चाहिए क्योंकि उनका समय अमूल्य है और उन्हें देश चलाने में अपना समय लगाना चाहिए जो उनका कर्तव्य है. मंत्री ने कहा कि योग के लिए योग गुरु और विशेषज्ञ मौजूद हैं.