मुस्लिम समूह ने योग को लेकर गलतफहमी को दूर करने के लिए जारी की पुस्तिका
नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम इकाई ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ (एमआरएम) ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर समुदाय के बीच चिंताओं को दूर करने के प्रयास के तहत आज एक पुस्तिका का लोकार्पण किया. ‘योग और इस्लाम’ शीर्षक वाली इस पुस्तिका को एमआरएम ने तैयार किया है. इसका विमोचन केंद्रीय आयूष मंत्री श्रीपद […]
नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम इकाई ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ (एमआरएम) ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर समुदाय के बीच चिंताओं को दूर करने के प्रयास के तहत आज एक पुस्तिका का लोकार्पण किया. ‘योग और इस्लाम’ शीर्षक वाली इस पुस्तिका को एमआरएम ने तैयार किया है.
इसका विमोचन केंद्रीय आयूष मंत्री श्रीपद नाइक ने किया. इस पुस्तिका में कुछ योग क्रियाओं और नमाज के बीच समानताओं का जिक्र किया गया है. नाइक ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह सही समय पर उठाया गया अच्छा कदम है. संगठन ने जो कुछ भी विवाद खडा हुआ है उसे शांत करने का प्रयास किया है. मैं उनका आभारी हूं. विवाद बिना किसी वजह के खडा हुआ. सच सामने लाने का इनका प्रयास सराहनीय है.’
यह पुस्तिका 32 पृष्ठों की है और इसमें कुल 12 अध्याय दिये गये हैं. इनमें कुछ अध्यायों के शीर्षक ‘योग गैर इस्लामी नहीं’, ‘योग का उद्देश्य हिंदू धर्म का प्रसार करना नहीं’, ‘नमाज भी एक तरह का योगासन है’ और ‘योग से मुसलमान अनजान नहीं’ आदि हैं.
एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने कहा, ‘पुस्तिका को सभी राज्यों में जारी किया जाएगा. इसका अंग्रेजी और उर्दू में अनुवाद भी होगा. जो लोग योग को लेकर राजनीति करते हैं, ये उनका काम है. हमारे लिए योग गौरव है और हम इसे पूरी दुनिया में प्रसारित करना चाहते हैं.’