जांच का सामना करने के लिए सरकार ललित मोदी को देश लाने की कोशिश करे: चिदंबरम

चेन्नई: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने खुद पर और पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर लगाए गए आरोपों को आज खारिज करते हुए कहा सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ललित मोदी धनशोधन समेत विभिन्न आरोपों का सामना करने भारत लौटें.चिदंबरम ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आईपीएल के पूर्व दागी बॉस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2015 8:35 PM

चेन्नई: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने खुद पर और पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर लगाए गए आरोपों को आज खारिज करते हुए कहा सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ललित मोदी धनशोधन समेत विभिन्न आरोपों का सामना करने भारत लौटें.चिदंबरम ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आईपीएल के पूर्व दागी बॉस को ब्रिटेन से यात्रा दस्तावेज पाने में मदद करने की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की कार्रवाई नियमों का उल्लंघन है और अपने जानकार की तरफदारी करने का मामला है.

पूर्व वित्त मंत्री ने यह बताने की मांग की कि पिछले साल मोदी का दस्तावेज बहाल करने के उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती नहीं देने का फैसला किसने किया क्योंकि सामान्य रुप से पलटने वाले फैसले को हमेशा उच्चतर न्यायालय में चुनौती दी जाती है.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार संप्रग के शासनकाल के दौरान ललित मोदी मामले पर वित्त मंत्री के बतौर उनके और ब्रिटिश चांसलर ऑफ एक्सचेकर के बीच के पत्राचार जारी करे जिनमें उन्होंने मोदी को वापस भारत भेजने का आग्रह किया था क्योंकि वह यहां आपराधिक मामलों का सामना कर रहे थे.

चिदंबरम ने कहा कि उनके पहले पत्र के जवाब के बाद उन्होंने कठोर शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ओस्बोर्न को एक दूसरा पत्र लिखा कि मोदी भारत में जांच का सामना कर रहे हैं, भारत में उनका पासपोर्ट निरस्त कर दिया गया है, उन्हें ब्रिटेन में रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें वापस भारत भेजा जाना चाहिए.

उन्होंने सवाल किया कि अगर सुषमा मानवीय आधार पर मोदी की मदद करना चाहती थीं, जैसा कि दावा किया जा रहा है, तो उन्होंने क्यों भारतीय उच्चायोग को पत्र नहीं लिखा और उनसे ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज जारी करने की सिफारिश के बजाय भारतीय यात्रा दस्तावेज जारी करने के लिए क्यों नहीं कहा.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने विदेश मंत्रालय की फाइल नोटिंग प्रकट करने की मांग की जिसने उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया.पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ह्यह्यकिसी ने फैसला किया है औ्रर मैं जानना चाहूंगा कि किसने फैसला किया है.

उन्होंने कहा, जब उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने ललित मोदी का पासपोर्ट रद्द करने को निरस्त किया तो किसने उच्चतम न्यायालय में कोई अपील दायर नहीं करने का फैसला किया. ईडी के कहने पर पासपोर्ट रद्द किया गया था. क्या इस मामले में उससे राय ली गई. साथ ही, किसने ललित मोदी को ताजा पासपोर्ट जारी करने का फैसला किया. क्या सरकार फाइल नोट सार्वजनिक करेगी? चिदंबरम ने कहा कि मोदी भारतीय पासपोर्ट धारी थे और बिना किसी वीजा के लंदन में उनका प्रवास सभी नियम-कायदों का उल्लंघन था और यह उन आधारों में से एक था जिसपर उनकी वापसी की मांग की गई थी.

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