अलगाववादियों की सोपोर यात्रा रोकने के लिए उत्तरी कश्मीर व श्रीनगर के कुछ हिस्सों में लगया गया प्रतिबंध
श्रीनगर : अधिकारियों ने अलगाववादियों की सोपोर की यात्रा करने से रोकने के लिए श्रीनगर और उत्तर कश्मीर के कुछ हिस्सों में आज प्रतिबंध लगा दिया. सोपोर में पिछले तीन सप्ताह में आतंकवादियों ने छह लागों की गोली मारकर हत्या कर दी है.एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए एहतियात […]
श्रीनगर : अधिकारियों ने अलगाववादियों की सोपोर की यात्रा करने से रोकने के लिए श्रीनगर और उत्तर कश्मीर के कुछ हिस्सों में आज प्रतिबंध लगा दिया. सोपोर में पिछले तीन सप्ताह में आतंकवादियों ने छह लागों की गोली मारकर हत्या कर दी है.एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए एहतियात के तौर पर श्रीनगर के खानयार, सफाकदल, नौहट्टा, रैनवाडी, एम. आर. गंज और क्रालखुद क्षेत्र में प्रतिबंध लगाया गया है.
उन्होंने बताया कि लाल चौक और परिमपोरा के नजदीक मैसूमा पुलिस थाना क्षेत्र में भी प्रतिबंध लगाया गया है. यहां से 50 किलोमीटर दूर सोपोर शहर में भी लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
अधिकारियों ने कल शीर्ष अलगवावादी नेताओं को नजदरबंद रखा, ताकि उन्हें शहर का दौरा करने से रोका जा सके. कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी पिछले सप्ताह से घर में नजरबंद हैं. कल उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मिरवाइज उमर फारुक, मोहम्मद शराफ सेहराई, अय्याज अकबर, शब्बीर अहमद शाह और नईम खान की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया गया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जेकेएलएफ अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को बुधवार की रात को बडगाम जिले के चंदूरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया और बाद में यहां के कोठीबाग पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया. जेकेएलएफए गिलानी और मीरवाइज के नेतृत्व वाले हुर्रियत धडे ने इस वर्ष 22 मई के बाद से बंदूकधारियों के हाथों मारे गये लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता जताने के लिए एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए सोपोर जाने की योजना की घोषणा की थी.
आतंकवादियों ने सोपोर में पिछले तीन सप्ताह में अलगाववादी कार्यकर्ताओं और पूर्व आतंकवादियों समेत छह लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस ने उन दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के लिए जानकारी देने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है, जिनका हाथ इस हत्या के पीछे माना जा रहा है.
आतंकवादियों की पहचान अब्दुल कयूम नजर और इम्तियाज अहमद कंडू के रूपमें की गयी है.