पीएम के अमेरिका दौरे के दौरान किसी परमाणु करार का विरोध करेगी भाजपा
नयी दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मौजूदा वॉशिंगठन दौरे के दौरान एक अमेरिकी कंपनी के साथ परमाणु आपूर्ति करार पर दस्तखत करने के किसी भी फैसले का विरोध करेगी क्योंकि यह परमाणु उत्तरदायित्व कानून, 2010 के बुनियादी प्रावधानों का ‘ ‘ उल्लंघन’ ‘ होगा. ऐसी खबरें आयी थीं कि […]
नयी दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मौजूदा वॉशिंगठन दौरे के दौरान एक अमेरिकी कंपनी के साथ परमाणु आपूर्ति करार पर दस्तखत करने के किसी भी फैसले का विरोध करेगी क्योंकि यह परमाणु उत्तरदायित्व कानून, 2010 के बुनियादी प्रावधानों का ‘ ‘ उल्लंघन’ ‘ होगा.
ऐसी खबरें आयी थीं कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय परमाणु उर्जा निगम लिमिटेड :एनपीसीआईएल: प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान अमेरिकी कंपनी ‘ वेस्टिंगहाउस’ के साथ एक करार पर दस्तखत कर सकती है. एनपीसीआईएल भारत की एकमात्र परमाणु ऑपरेटर होगी.
पार्टी महासचिव राजीव प्रताप रुडी ने ‘ पीटीआई’ को बताया, ‘ ‘भाजपा ऐसे किसी भी कदम का विरोध करेगी जिससे 2010 में पारित परमाणु उत्तरदायित्व कानून के बुनियादी प्रावधानों का उल्लंघन होता हो.’ ‘ भाजपा ने कहा कि परमाणु उत्तरदायित्व कानून की धारा 17 :बी: के मुताबिक किसी परमाणु हादसे की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ उपकरण के आपूर्तिकर्ता पर ही होगी.
रुडी ने कहा, ‘ ‘ पर ऐसा लगता है कि सरकार धारा 17 के प्रावधान की अनदेखी करने और इसे अर्थहीन बनाने की कोशिश कर रही है. आपूर्तिकर्ताओं के परमाणु उत्तरदायित्व के प्रावधानों को अर्थहीन बनाने की कोई भी कोशिश संसद द्वारा पारित कानून का उल्लंघन होगा और संविधान के स्थापित सिद्धांतों के खिलाफ भी होगा.’ ‘