जयपुर : राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि आइपीएल के पूर्व कमिशनर ललित मोदी मामले में राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चारों ओर से घिर गयी हैं तथा उन पर जो आरोप लगे हैं उनका तथ्यों के आधार पर खंडन होना चाहिए. उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह बात कही. भाजपा द्वारा ललित मोदी के मामले में वसुंधरा राजे को क्लीन चिट देने को लेकर किये प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि जो कुछ आरोप लगे हैं वे तथ्यों के आधार पर लगे हैं, तथ्यों के आधार पर ही इनको खण्डन करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि इस मामले में वसुंधरा राजे चारों ओर से घिर चुकी है.’ उन्होने संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड द्वारा आज उनके पुत्र वैभव गहलोत पर लगाये आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि हमारे परिवार की ना तो कोई कम्पनी है और ना ही ऐसे आरोप लगे है. उन्होंने कहा कि वैभव गहलोत एक होटल के निर्माण में कानूनी सलाहकार के तौर पर काम कर रहे थे. इसके अलावा उनकी वहां कोई रुचि नहीं थी.
उधर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी गुरुदास कामत ने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में यह पहली बार है कि विदेश मंत्री द्वारा अपराधी की मदद करने में सहयोग करना स्वीकार किये जाने के बाद भी वह पद पर कायम है. कामत ने आज झुंझुंनू में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानवीयता के नाम पर अपराधियों की मदद करना भारत के संविधान की शपथ लेकर उसका अपमान करना है. उन्होंने कहा कि यह सबसे बडी आश्चर्यजनक बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस प्रकरण पर चुप्पी साधे बैठें हैं.