मुंबई में बारिश से थमी जिंदगी ने फिर पकडी रफ्तार, हाईटाइड की संभावना

मुंबई : कारोबारी महानगर में मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है. यहां बाढ जैसे हालात के कारण थमी जिंदगी ने फिर एक बार रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. शुक्रवार को जारी लगातार बारिश के कारण स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए गए थे जबकि बंबई हाईकोर्ट के कामकाज पर भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 20, 2015 11:12 AM

मुंबई : कारोबारी महानगर में मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है. यहां बाढ जैसे हालात के कारण थमी जिंदगी ने फिर एक बार रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. शुक्रवार को जारी लगातार बारिश के कारण स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए गए थे जबकि बंबई हाईकोर्ट के कामकाज पर भी इसका प्रभाव साफ तौर पर देखा गया.

मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग की माने तो हवाओं की रफ्तार 60 समुद्री मील प्रति घंटा हो सकती है, साथ ही हाईटाइड की भी संभावना है.

शनिवार को बारिश रुकने के कारण हालात सुधरने लगे और तीनों उपनगरीय ट्रेन सेवा बहाल कर दी गयी. वैसे मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज और बारिश हो सकती है. आज सुबह हालांकि हलकी बूंदाबांदी हो रही थी, लेकिन इस कर्मठ शहर के लोग सुबह सवेरे अपने निर्धारित समय पर छतरियां हाथों में लिए अपने कार्यस्थलों की ओर जाने के लिए स्टेशनों की ओर जाते नजर आए. बारिश के कारण कल कामकाज प्रभावित हुआ था और उपनगरीय रेल सेवाएं ठप्प होने से जो जहां था वहीं फंसकर रह गया था.

हालांकि, महाराष्ट्र सरकार ने यहां और नजदीकी ठाणो जिले में सभी स्कूल, कॉलेजों को आज बंद रखने का निर्देश दिया है. मध्य और पश्चिम रेलवे ने एक बयान जारी कर कहा है कि हार्बर लाइन और मध्य रेलवे में ट्रांस-हार्बर लाइन सहित सभी उपनगरीय रेल सेवाएं निर्धारित समयानुसार जारी रहेगी. कल भारी बारिश के कारण देश की वित्तीय राजधानी और इसके उपनगरीय इलाकों में पानी जमा हो गया था जिसमें करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गयी। कल केवल 24 घंटों के दौरान 283 मिलीमीटर बारिश हुई जो आमतौर पर 10 दिनों में होती है.

कई इलाकों में पानी भरने के जाने के कारण सामान्य जनजीवन ठप्प हो गया. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. मुंबई नगर निकाय के प्रमुख अजय मेहता ने बताया, ‘‘हमने लोगों को सलाह दी है कि वह शनिवार को अपने घरों में ही रहें.’’

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