मुम्बई: मलाड में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढकर 84 हो गई है और इस घटना के सिलसिले में उत्पाद विभाग के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.मुम्बई पुलिस के प्रवक्ता धनंजय कुलकर्णी ने कहा कि अब तक इस घटना में मरने वालों की संख्या 84 हो गई है और नगर के आठ विभिन्न अस्पतालों में 34 लोगों का उपचार किया जा रहा है.ऐसी आशंका है कि मृतकों की संख्या और बढ सकती है.
यह घटना बुधवार की रात उपनगरीय मलाड में गामदेवी जुरासिक पार्क के पास लक्ष्मीनगर झुग्गियों में घटी थी.पुलिस इस मामले में पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन इस घटना की मुख्य आरोपी मणिका बाई अभी भी फरार है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमने मिलावटी शराब के सिलसिले में मणिका बाई उर्फ अक्का के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था लेकिन वह जमानत हासिल करने में सफल रही.
राज्य के उत्पाद विभाग के आयुक्त श्यामसुंदर शिंदे ने कहा कि इस मामले में जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें जगदीश देशमुख, राजेन्द्र सालुनके, र्वेशा वेंगुलकर और धानाजी दलवी शामिल हैं. इनके खिलाफ जल्द ही विभागीय जांच शुरु की जायेगी.
शिंदे ने कहा, ‘‘ इन अधिकारियों को अक्षम पाया गया और प्रथम द्रष्टया में यह कर्तव्य में लापरवाही का मामला है.’’ इस घटना के बाद मालवानी पुलिस थाने से संबंधित आठ कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
बहरहाल, इस संबंध में एहतियाती कदम उठाते हुए मुम्बई पुलिस ने ऐसे लोगों की पहचान के लिए अभियान शुरु किया है जिन्होंने उस दिन शराब पी होगी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम इस क्षेत्र में प्रत्येक घर की तलाशी ले रहे हैं और यह पूछ रहे हैं कि क्या उस दिन शराब पी थी. हमने ऐसे आठ लोगों का पता लगाया और उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती किया है.’’
उत्पाद विभाग ने पिछले एक वर्ष में मालवानी में अवैध रुप से जहरीली शराब के वितरण के 117 मामले दर्ज किये हैं.