मुंबई जहरीली शराब हादसा : आपूर्तिकर्ता दिल्ली में पकड़ा गया, मुख्य सचिव करेंगे हादसे की जांच
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में जहरीली शराब से हुए अब तक के सबसे दुखद हादसे के मामले में पुलिस को एक अहम सफलता मिली है. पुलिस ने मंगलवार को उसके मुख्य आपूर्तिकर्ताओं में से एक का दिल्ली में पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की मुख्य सचिव […]
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में जहरीली शराब से हुए अब तक के सबसे दुखद हादसे के मामले में पुलिस को एक अहम सफलता मिली है. पुलिस ने मंगलवार को उसके मुख्य आपूर्तिकर्ताओं में से एक का दिल्ली में पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की मुख्य सचिव के नेतृत्व में जांच का आदेश दिया है. इस त्रसदी में अभी तक 102 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 से अधिक बीमार हैं.
मुम्बई के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) अतुलचंद्र कुलकर्णी ने बताया कि अतीक को दिल्ली में स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया गया जिसकी पहचान पुलिस ने जहरीली शराब के मुख्य आपूर्तिकर्ता के तौर पर की थी. कुलकर्णी ने बताया कि हमने अतीक को दिल्ली पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान के बाद पकड़ लिया. अभी तक इस मामले में सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा आठ पुलिसकर्मी व आबकारी विभाग के चार अधिकारी निलंबित कर दिये गए हैं. गिरफ्तार किये गए सभी व्यक्ति पुलिस हिरासत में हैं.
वहीं, मलवानी के श्रमिक वर्ग क्षेत्र में हुए इस शराब हादसे के करीब एक सप्ताह बाद आयोजित महाराष्ट्र कैबिनेट की एक बैठक के बाद राज्य के आबकारी मंत्री एकनाथ खडसे ने संवाददाताओं को बताया जांच मुख्य सचिव स्वाधीन क्षत्रीय द्वारा की जाएगी. खडसे ने कहा, सरकार ने मलवानी में हुए दुर्भायपूर्ण जहरीली शराब हादसे में हुई मौतों के मामले की मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक जांच करने और रिपोर्ट तीन महीने के भीतर सौंपने का आदेश दिया है. इस हादसे से परेशान सरकार अवैध शराब की बिक्री से निपटने के लिए कड़ा कानून लाने पर विचार कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री करने के लिए गिरफ्तार व्यक्तियों को कम से कम एक वर्ष तक जमानत नहीं मिले.
इस हादसे की शुरुआत गत बुधवार की रात मुंबई के उपनगरीय मलवानी की लक्ष्मीनगर झुग्गी बस्ती में हुई. उधर, विपक्षी कांग्रेस ने इस हादसे के लिए भाजपा नीत राज्य सरकार की खामियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के त्यागपत्र की मांग की है जिनके पास गृह प्रभार है. मुंबई कांग्रेस प्रमुख संजय निरुपम ने कहा, आबकारी मंत्री को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पद छोड़ देना चाहिए. उन्होंने कहा, गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है, उन्हें भी इस्तीफा दे देना चाहिए.
इस बीच पुलिस और आबकारी कर्मियों ने मुंबई के उपनगरीय क्षेत्रों में व्यापक छापेमारी की जहां अवैध शराब विक्रेता शहर की झुग्गियों में आपूर्ति के लिए अधिकतर शराब उपलब्ध कराते हैं.