नयी दिल्ली :पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर पूर्व इंटरपोल चीफ के साथ अपनी तसवीर साझा की. पूर्व इंटरपोल चीफ रोनाल्ड के नोबल 2000 से 2014 तक इंटरपोल के जेनरल सेक्रेटरी रहे हैं. रोनाल्ड ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान खुलासा किया कि भारत की तरफ से ललित मोदी पर कार्रवाई करने के लिए कोई आग्रह नहीं आया. मैं ललित मोदी को 2013 से जानता हूं और वह मेरे भाई की तरह हैं.
मोदी विवाद पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि इन पर किस तरह के आरोप लगे हैं. रोनाल्ड ने साफ कर दिया कि उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें भारत से कोई भी नोटिस नहीं मिला जिसमें उन्हें ललित मोदी पर कार्रवाई के लिए कहा गया हो. पूर्व इंटरपोल चीफ के बयान के बाद सरकार की नीतियों पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.जब उनसे पूछा गया कि पिछले सप्ताह वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि ब्लू कॉर्नर नोटिस जो ललित मोदी के खिलाफ जारी किया गया है उसे लेकर संदेहहैं.
ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की एक प्रक्रिया होती है. लाइट ब्लू कॉर्नर नोटिस 2010 में राजस्व विभाग की तरफ से जारी किया गया है और अबतक उसकी वैधता है. इस सवाल पर रोनाल्ड ने कहा इससे मेरे और ललित मोदी के संबंध पर इसका कोई असर नहीं पड़ता. हमारे संबंध तब सेहै,ं जब से उनका नाम आईपीएल से भी नहीं जुड़ा था.
सोशल मीडिया पर पूर्व इंटरपोल चीफ के साथ अपनी तसवीर साझा करके पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी क्या संदेश देना चाहते हैं, यह तो साफ नहीं है लेकिन ललित मोदी पिछले कुछ दिनों से अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर खुलकर अपने बचाव में आ गये हैं और सोशल मीडिया पर ही अपना पक्ष जाहिर कर रहे हैं. सोमवार को भी उन्होंने लगभग 29 ट्वीट किये और अपना पक्ष रखा. इस दौरान उन्होंने कई लोगों की मंशा पर सवाल भी खड़े किये.
हालांकि इस पूरे मामले की जांच अब ईडी कर रहा है दूसरी तरफ ब्लैक मनी की जांच पर बनी एसआईटी भी पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी पर लगे मनी लॉड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है. गौरतलब है कि पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी की मदद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी नाम सामने आया है.