अहमदाबाद: मौसम प्रणाली में गहरे दबाव के कारण हुई भारी बारिश के चलते गुरूवार सुबह तक गुजरात में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गयी. सौराष्ट्र क्षेत्र में लगातार बारिश हुई, जिसके कारण गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, राजकोट और अहमदाबाद जिले बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. मौसम विभाग ने गुजरात में चक्रवात की चेतावनी जारी की है.कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. टीवी रिपोर्ट के अनुसार बगसरा में दीवार गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई है.
एनडीआरएफ, वायु सेना एवं एसआरपी के दलों को बाढ में फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए राजकोट जिले के गोंडल तथा अमरेली जिले में तैनात किया गया है. बाढ के चलते कई गांवों का संपर्क कट गया है और बिजली आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हो गयी है. भारतीय तटरक्षक और वायु सेना ने एक जहाज एम वी कोस्टल प्राइड के चालक दल के 14 सदस्यों को बचाया है. यह जहाज उमरगांव के पास समुद्रतट में डूब गया.
राज्य राहत आयुक्त डी एन पांडे ने बताया कि मूसलाधार बारिश की वजह से बुधवार को कम से कम 34 लोगों की मौत हो गयी है. जिनमें से 23 मौतें सबसे अधिक प्रभावित अमरेली जिले में हुई हैं. पांडे ने बताया कि पांच लोग भावनगर जिले में मरे है और दो व्यक्तियों की मौत राजकोट जिले में हुई है. सूरत के जिला कलेक्टर राजेन्द्र कुमार ने बताया कि सूरत शहर में बिजली का करंट लगने से दो लोगों की मौत हुई है. सूरत में बुधवार को 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई. राज्य नियंत्रण कक्ष के आंकडों के अनुसार, अमरेली में लगभग 1,500 व्यक्ति, राजकोट में 4,121 और भावनगर में 100 लोगों को निचले इलाकों से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है.
अमरेली जिले में करीब 60 गांवों का शेष राज्य से संपर्क कट गया है. शेतरुंजी नदी का पानी आसपास के गांवों में घुसने के बाद स्थिति बिगड गयी. राज्य आरक्षित पुलिस बल की दो टीमों तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमों की मदद से, जिले के निचले इलाकों में रह रहे करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.
राजकोट जिले में बीते 24 घंटे में 323 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गयी. अत्यधिक जल जमाव वाले इलाकों में फंसे कम से कम 350 लोगों को राजकोट से हटा कर अन्यत्र ले जाया गया है. अहमदाबाद शहर में भारी बारिश हुई. आखिरी चार घंटे में शहर के कुछ हिस्सों में 200 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी.