दिल्ली एनसीआर सहित पाकिस्तान में भूकंप के झटके
नयी दिल्ली/कराची: आज दिल्ली एनसीआर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में ही था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गयी. पाकिस्तान में मंगलवार को आये भूकंप में पांच सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.पाकिस्तान में सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के कई शहरों में […]
नयी दिल्ली/कराची: आज दिल्ली एनसीआर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में ही था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 मापी गयी.
पाकिस्तान में मंगलवार को आये भूकंप में पांच सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.पाकिस्तान में सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के कई शहरों में आज भूकंप के बाद के भयंकर झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता 6.8 थी. तीन दिन पहले इस क्षेत्र में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे 500 से अधिक लोग मारे गए थे.
पाकिस्तान के मौसम विभाग ने बताया कि आज भूकंप के बाद के झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने 7.2 थी जबकि अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने इसकी तीव्रता 6.8 रिकार्ड किया. ये झटके प्रांतीय राजधानियों कराची और क्वेटा में महसूस किए गए.
सभी स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया कि कराची में इस नवीनतम झटके के बाद लोग अपने दफ्तरों से निकलकर भाग रहे थे.एक मीडिया ग्रूप के कर्मचारी अदनान अहमद ने कहा, झटके पिछली बार की तरह उतने शक्तिशाली नहीं थे लेकिन कुर्सियों और मेजों को हिलते हुए महसूस किया जा सकता था. नेशनल सिस्मिक सेंटर के निदेशक जाहिद रफी ने कहा कि इस भूकंप का केंद्र एक बार फिर अवारान था.
मंगलवार को भूकंप से प्रभावित सुदूर इलाकों में अबतक बचाव दल नहीं पहुंच पाए हैं जिनमें सर्वाधिक प्रभावित बलूचिस्तान का अवारान जिला है , उसी के समीप भूकंप का केंद्र था.
भूकंप प्रभावित इलाके में कल भी बाद के झटके आए थे जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5 थी. पाकिस्तान के मौसम विभाग ने बताया कि बाद के झटके का केंद्र ओरमरा था और उसकी गहराई 10 किलोमीटर थी.
एक सरकारी प्राथमिक नुकसान आकलन के अनुसार अवारान में 30-40 फीसदी का आंशिक नुकसान हुआ. दो अन्य जिलों-माशकल और मलार पर बहुत बुरा असर पड़ा और वहां 80-90 फीसदी नुकसान हुआ.
इसी बीच, कल अवारण जिले के माशकाय में संदिग्ध आतंकवादियों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहे एक हेलीकॉप्टर पर गोलियां चलायीं. हेलीकॉप्टर बाल बाल बच गया. यह इस इलाके में सेना के हेलीकॉप्टर पर दूसरा हमला था.