मोदी ने कहा, डर्टी नहीं, ड्रीम टीम को सौंपें बागडोर
नयी दिल्ली: राहुल गांधी पर दागी सांसदों से जुड़े अध्यादेश को सार्वजनिक रुप से खारिज करके प्रधानमंत्री के अपमान का पाप करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज लोगों से 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस नीत संप्रग की ‘डर्टी टीम’ को केंद्र सरकार से उखाड़ फेंकने […]
नयी दिल्ली: राहुल गांधी पर दागी सांसदों से जुड़े अध्यादेश को सार्वजनिक रुप से खारिज करके प्रधानमंत्री के अपमान का पाप करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज लोगों से 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस नीत संप्रग की ‘डर्टी टीम’ को केंद्र सरकार से उखाड़ फेंकने और भाजपा- की ‘ड्रीम टीम’ को लाने का आह्वान किया.
कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को सभी मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि देश आज सरकारों के बोझ तले दब गया है, जिसके कारण देश का सम्पूर्ण विकास और आर्थिक वृद्धि प्रभावित हो रही है.गठबंधन की सरकार चल रही है लेकिन गठबंधन के दल अलग अलग दिशा में चल रहे हैं. भ्रष्टाचार का बोलबाला है और इसकी व्यापकता के कारण देश के भविष्य के समक्ष संकट पैदा हो गया है.’’
राजधानी के रोहिणी स्थित जापानी पार्क में विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ आज परिवारशाही ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है. अब देश की जनता को फैसला करना है कि देश संविधान और लोकतांत्रिक मर्यादा के अनुसार चलेगा या शाहजादे (राहुल गांधी) की इच्छा के अनुसार.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और संप्रग के कुशासन ने डायबिटीज का रुप ले लिया है, जिसके एक बार लगने से कई बीमारियां पैदा हो जाती है. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, ‘‘ 2014 के आम चुनाव में डर्टी टीम (संप्रग की) को उखाड़ फेंकें और ड्रीम टीम (भाजपा की) को लाएं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री की पगड़ी उछालने का काम उनकी पार्टी ने किया है. कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री का अपमान करने का पाप किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ गठबंधन के प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ‘सरदार’ है लेकिन ‘असरदार’ नहीं हैं. एक विभाग दूसरे विभाग के सामने खड़ा है. गठबंधन के दल पास पास है लेकिन साथ साथ नहीं हैं.
मोदी ने कहा, ‘‘ सरकार भ्रष्टाचार से प्रभावित है और समस्याओं का समधान ढूंढने की बजाए उसने काम करना ही बंद कर दिया है. सरकार को लकवा मार गया है. संप्रग सरकार गांधी भक्ति में डूबी है. यह गांधी भक्ति अलग तरह की है और यह गांधी का चित्र छपे नोटों वाली है और वे टनों के हिसाब से इसे जमा करने में लगे हैं.’’ संप्रग के सहयोगी दलों से उन्होंने उम्मीद की कि वे इस गठबंधन में बने रहने के बारे में विचार करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं संप्रग के दिग्गज सहयोगियों से पूछना चाहता हूं कि जी20 की बैठक से लौटते हुए प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि वह किसके तहत काम करने को तैयार है. कौन उनका बॉस होगा. मैं उनसे (संप्रग के सहयोगियों से) पूछता हूं कि क्या वे शाहजादे की इच्छा पर चलेंगे.’’
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, ‘‘ सरकार अंकगणित के आधार पर बनती है लेकिन यह केमेस्टरी के आधार पर चलती है. लेकिन गठबंधन के सहयोगियों में समन्वय नहीं है जिसके कारण देश आगे नहीं बढ़ पा रहा है.’’ उन्होंने कहा कि अटल.आडवाणी की सरकार के छह साल के कार्यकाल में हर क्षेत्र में विकास पर ध्यान दिया गया और सुशासन को प्राथमिकता दी गई. लेकिन संप्रग सरकार में कुशासन फैला हुआ है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समक्ष देश की गरीबी का रोना रोया और ऐसा ही काम किया जैसे कुछ फिल्मकार देश की गरीबी दिखाकर एवार्ड जीत लेते हैं. ‘‘प्रधानमंत्री को देश की युवाशक्ति की मार्केटिंग करनी चाहिए थी.’’ मोदी ने कहा ,‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति के समक्ष इस तरह से प्रधानमंत्री को गिड़गिड़ाते देख मेरा सिर शर्म से झुक गया.’’उन्होंने कहा कि देश की राजधानी समेत अनेक राज्यों में बिजली का अभाव है जबकि 20 हजार मेगावाट शक्ति के बिजली कारखाने तैयार हैं लेकिन कोयला के अभाव में चल नहीं रहे हैं. ‘‘ क्या बिजली के कारखाने चालू करने के लिए किसी अभूतपूर्व दृष्टि की जरुरत है. इन विकास के कार्यो के लिए संकल्प या इच्छाशक्ति चाहिए.’’
प्रधानमंत्री की क्षमता पर संदेह व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि देश को आशंका है कि आज जब वह न्यूयार्क में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात करेंगे तब क्या वह भारत की चिंताओं को व्यक्त कर पायेंगे.उन्होंने आरोप लगाया कि शरीफ ने पत्रकारों के साथ चर्चा के दौरान सिंह को ‘देहाती महिला’ के रुप में संबोधित किया था जहां भारतीय पत्रकार भी मौजूद थे.भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, ‘‘ देश को आशंका है कि प्रधानमंत्री बातचीत के दौरान नवाज शरीफ से क्या कहेंगे ? नवाज शरीफ की क्या औकात कि वह हमारे प्रधानमंत्री को देहाती महिला कह कर संबोधित करे? भारत के प्रधानमंत्री का इससे अधिक अपमान और नहीं हो सकता है. हम राजनीति के विषय पर उनसे लड़ सकते हैं लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते. सवा सौ करोड़ लोगों का यह देश अपने प्रधानमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.’’ मोदी ने कहा, ‘‘ भ्रष्टाचार के कारण देश संकट से घिर गया है. इससे न केवल तिजोरी प्रभावित हुई है बल्कि देश के भविष्य के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है.
पिछले करीब साठ वर्षो में छोटे छोटे देश तेजी से आगे बढ़े हैं और हम उतनी ही तेजी से पीछे की ओर बढ़े है. देश का युवा रोजगार चाहता है लेकिन सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है. राजग ने छह वर्ष के कार्यकाल में छह करोड़ लोगों को रोजगार दिया लेकिन 2004 से 2009 तक संप्रग ने केवल 27 लाख लोगों को रोजगार दिया.’’ केंद्र सरकार पर राज्यों के योगदान का श्रेय लेने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ जो विभाग राज्यों से जुड़े हैं, वहीं अच्छा काम कर रहे हैं और केंद्र की सरकार उनका श्रेय भी ले लेती है. जबकि स्वतंत्र रुप से काम करने वाले केंद्रीय विभागों का प्रदर्शन काफी खराब है.’’