पीएम मोदी व शाह से मिले अरुण जेटली, वसुंधरा मामले में लिया जा सकता है कोई निर्णय

नयी दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विदेश दौरे के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. हालांकि यह विदेश दौरे के बाद अरुण जेटली की पीएम से एक औपचारिक मुलाकात थी लेकिन सूत्रों की मानें तो कहीं न कहीं इसमें ललित मोदी मामले में नाम आए सुषमा स्वराज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2015 3:02 PM

नयी दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विदेश दौरे के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. हालांकि यह विदेश दौरे के बाद अरुण जेटली की पीएम से एक औपचारिक मुलाकात थी लेकिन सूत्रों की मानें तो कहीं न कहीं इसमें ललित मोदी मामले में नाम आए सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के बारे में चर्चा हुई होगी. प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से अरुण जेटली की मुलाकात के बाद ऐसा माना जा रहा है कि वसुंधरा को लेकर आज कोई अंतिम निर्णय लिया जा सकता है.

आज नयी दिल्ली में नीति आयोग की बैठक है और वसुंधरा बैठक के लिए दिल्ली पहुंचेगी. यहां वह पार्टी आलाकमान से मिलकर पूरे मामले पर अपनी सफाई देंगी. राजे की कुर्सी को लेकर आज नीति आयोग की बैठक में फैसला हो सकता है.

हालांकि वसुंधरा राजे के बचाव में राजनाथ सिंह और नीतिन गडकरी के बाद अब अरुण जेटली और वेंकेया नायडू भी उतर आये हैं. इसको देखते हुए लगता है कि फिलहाल वसुंधरा से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को अमेरिका से दिल्ली आने के कुछ ही घंटे बाद मीडिया से कहा कि मंत्रिमंडल में कोई व्यक्ति दागी नहीं है. वहीं, वेंकैया नायडू ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सर्वाधिक ईमानदार और पारदर्शी तरीके से काम कर रही है. उन्होंने आईपीएल के पूर्व प्रमुख की राजे द्वारा मदद को लेकर हो हल्ला करने के लिए कुछ नाखुश लोगों को जिम्मेदार ठहराया.

ऐसा नहीं है कि भाजपा वसुंधरा मामले को लेकर नाखुश और मुश्किल में नहीं है. स्थिति यह है कि इस मामले को लेकर पार्टी में दो फाड हो गया है. लेकिन जानकारों के मुताबिक बिहार चुनाव को देखते हुए पार्टी ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती है जिसका खामियाजा उसे होने वाले चुनाव में भुगताना पडे. पार्टी और सरकार को नुकसान के चलते सब फिलहाल वसुंधरा को बख्श देने के मसले पर एकमत हैं.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, सरकार व पार्टी की ओर से किए गए बचाव के बावजूद नए तथ्य सामने आने के बाद वसुंधरा से पूरे मामले में नए सिरे से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

इधर ललित मोदी के हलफनामे में वसुंधरा राजे के दस्तखत वाली खबर का राजस्थान सरकार ने खंडन किया है. राजे के मीडिया सलाहकार ने एक बयान में कहा कि कुछ चैनल खबरें चला रहे हैं जो सत्य से काफी परे हैं.

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