नयी दिल्ली: तेजी से आगे बढते हुए दक्षिणी-पश्चिमी मानसून आज पूरे देश पर छा गया. मानसून का आगमन उसके तयशुदा वक्त से काफी पहले हुआ है, वह भी ऐसे वर्ष में जब भारत में काफी कम वर्षा होने का पूर्वानुमान है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा है, ‘‘दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पश्चिमी राजस्थान के बाकि बच्चे हिस्सों की ओर बढ गया है. इसके साथ ही यह आज, 26 जून 2015 को पूरे देश में पहुंच गया है.’’ मानसून के पूरे भारत पर छाने की सामान्य तारीख 15 जुलाई होती है.
निजी मौसम पूर्वानुमान कंपनी स्काईमेट का कहना है, ‘‘वास्तव में क्षेत्र में मानसून 15 जुलाई के आसपास पहुंचता है, लेकिन पिछले 48 घंटों में हुई तेज बारिश ने पश्चिमी राजस्थान तक मानसून पहुंचने की घोषणा करा दी है.’’ हालांकि वैसे, मानसून इस वर्ष चार दिन की देरी से पांच जून को केरल पहुंचा. लेकिन तेजी से आगे बढते हुए उसने सिर्फ 21 दिनों में ही पूरे देश को अपनी आगोश में ले लिया है.
दिलचस्प बात यह है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस वर्ष सामान्य से कम वर्षा होने का अनुमान लगाया है.इसबीच भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड ने कहा कि वर्ष 2013 में भी मानसून अपने तयशुदा वक्त से पहले ही पूरे देश में आ गया था.
एक जून से अभी तक देश में सामान्य से 28 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है. पहली बार पश्चिमोत्तर भारत में सामान्य से 27 प्रतिशत ज्यादा जबकि मध्य भारत में 55 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हुई है.दक्षिणी भाग में सामान्य से 30 प्रतिशत ज्यादा जबकि पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से तीन प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है.