आतंकवादी पंजाब क्यों लाये जा रहे हैं, भाजपा को नहीं पता

जालंधर : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने देश के विभिन्न हिस्सों के जेलों में बंद आतंकियों को पंजाब लाने के बारे में कहा है कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है. हालांकि मौके पर मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि इस बारे में पार्टी को विश्वास में नहीं लिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 1:59 AM

जालंधर : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने देश के विभिन्न हिस्सों के जेलों में बंद आतंकियों को पंजाब लाने के बारे में कहा है कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है. हालांकि मौके पर मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि इस बारे में पार्टी को विश्वास में नहीं लिया गया है.

आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले जालंधर वासियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक सम्मान समारोह से इतर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा ने प्रदेश भाजपा में गुटबाजी और विभिन्न जेलों में बंद आतंकियों को पंजाब लाये जाने के सवाल पर कहा, मैं किसी भी सवाल का उत्तर नहीं दूंगा. यह मेरे उपर है कि मैं उत्तर दूं या नहीं.

जब दोबारा पूछा गया कि उत्तर देने का आपका अंदाज सही नहीं है इस पर कमल ने कहा, मुझे इन सबके बारे में कुछ पता नहीं हैं. मैं कुछ नहीं कह सकता हूं. कर्नाटक की जेल में बंद कुख्यात आतंकवादी गुरदीप सिंह खैरा के कल देर रात पंजाब पहुंचने तथा प्रदेश का माहौल खराब होने संबंधी मीडिया में आये उसके बयान के बारे में पूछने पर आमतौर पर मीडिया के सवालों से दूरी बनाकर रहने वाले शर्मा ने झुंझलाते हुए कहा, यह आप उस आतंकवादी से ही पूछिये कि पंजाब का माहौल क्यों बिगडेगा.
बयान उसने दिया है, मैं इस पर कैसे कुछ कह सकता हूं. यह तो वही बता सकता है. हालांकि, मौके पर मौजूद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ने स्थिति को संभालते हुए कहा, प्रधानजी को इस बारे में जानकारी नहीं है. इसलिए वह कुछ नहीं कह रहे हैं. रही बात माहौल खराब होने की तो देश की बागडोर अभी नरेंद्र मोदी के मजबूत हाथों में है, इसलिए हमें भरोसा है कि पंजाब का माहौल खराब नहीं होगा.
यह पूछने पर कि ऐसा क्या हो गया कि देश के विभिन्न हिस्सों के जेलों में बंद आतंकवादियों को पंजाब लाया जा रहा है, इस पर चुघ ने कहा, सरकार ने इस बारे में भाजपा को भरोसे में नहीं लिया है. इससे पहले समारोह को संबोधित करते हुए कमल शर्मा ने कहा, शासन करने वालों ने खुद को सत्ता में बनाये रखने की मंशा से देश में आपातकाल की घोषणा कर दी.
उस दौरान लोकतंत्र को, समाज को और मुल्क को बचाने के लिए युवाओं की क्या भूमिका थी, इसकी जानकारी आज की पीढी को देने के लिए ऐसे कार्यक्रम लगातार होते रहने चाहिए. कमल ने इस दौरान उन पांच लोगों को सम्मानित किया जो आपातकाल के दौरान जेल गए थे. इसमें पार्टी के बुजुर्ग नेता किशन लाल ढल्ल भी शामिल हैं.

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