नयी दिल्ली: भाजपा के इस दावे के उलट कि करीब 36 विदेशी दूतावासों के राजनयिक नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल होंगे आज उनमें से कुछ ही आये. मुख्य मंच के बगल में विदेशी प्रतिनिधियों के लिए एक विशेष मंच बनाया गया था लेकिन वहां पर 10 से अधिक व्यक्ति मौजूद नहीं थे. कई प्रतिनिधि मोदी का भाषण समाप्त होने से पहले ही चले गए और उन्होंने मीडिया से बात भी नहीं की.
भाजपा के प्रवासी प्रकोष्ठ के संयोजक विजय जाैली ने पहले कहा था कि 50 विदेशी दूतावासों को निमंत्रण भेजे गए हैं जिसमें से 36 ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है.विदेशी प्रतिनिधियों की कम उपस्थित के बावजूद जौली ने कहा, ‘‘बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिनिधियों में भाजपा की रैली में हिस्सा लेना पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता का उदाहरण है.
हम वैश्विक समुदाय तक अपनी पहुंच इसलिए बनाना चाहते हैं क्योंकि मोदी का मंत्र केवल दिल्ली या राष्ट्रीय स्तर तक सीमित नहीं रह सकता. वह मंत्र सीमा पार भी जाता है. हमारा प्रयास यह था कि विदेशी प्रतिनिधि भी देश की नब्ज महसूस करें.’‘अमेरिका द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को वीजा दिये जाने से इनकार के बावजूद भाजपा ने अमेरिकी राजदूत को भी मोदी की रैली में आने का निमंत्रण भेजा था.