कर्मचारी के प्रताड़ना के आरोपों के बीच भारतीय उच्चायुक्त रवि थापर छोडेंगे न्यूजीलैंड

मेलबर्न : न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त को आज देश छोडना होगा. उनकी पत्नी पर एक कर्मचारी को प्रताडित करने का आरोप लगा है. मीडिया की खबरों में आज बताया गया कि उच्चायुक्त रवि थापर को औपचारिक तौर पर बुला लिया गया है और आज सुबह उनके वेलिंगटन स्थित आवास पर एक गाडी खडी हुई नजर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 6:43 PM

मेलबर्न : न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त को आज देश छोडना होगा. उनकी पत्नी पर एक कर्मचारी को प्रताडित करने का आरोप लगा है. मीडिया की खबरों में आज बताया गया कि उच्चायुक्त रवि थापर को औपचारिक तौर पर बुला लिया गया है और आज सुबह उनके वेलिंगटन स्थित आवास पर एक गाडी खडी हुई नजर आयी. एनजेड रेडियो वेबसाइट ने कहा है कि पुलिस ने थापर और उनकी पत्नी शर्मिला का साक्षात्कार लेने से मना कर दिया.

पुलिस ने कहा कि जिस कर्मचारी ने प्रताडना का आरोप लगाया था वह मई में ही भारत वापस चला गया था. माना जा रहा है कि पीडित एक शेफ था. वेलिंगटन में राजनयिक के आवास से एक रात वह 20 किलोमीटर पैदल चला गया जहां पर उसे परेशान स्थिति में देखा गया. उसे पुलिस थाना ले जाया गया और उसके बाद कई रातें उसने वेलिंगटन रैन बसेरे में रात गुजारी. उसने आरोप लगाया कि उसे गुलाम बनाकर रखा गया और शर्मिला ने उसे प्रताडित किया. विदेश और व्यापार मंत्रालय (एमएफएटी) ने कहा कि उसे जानकारी है कि थापर न्यूजीलैंड छोडने की तैयार में है. न्यूजीलैंड हेराल्ड को एक प्रवक्ता ने पुष्टि की, एमएफएटी को मालूम है कि कर्मचारी ने उच्चायोग में अपने साथ व्यवहार को लेकर न्यूजीलैंड पुलिस को बताया था.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बताया कि उच्चायोग ने इसकी जानकारी तुरंत न्यूजीलैंड पुलिस और विदेश मंत्रालय दोनों को दे दी थी और अधिकारियों से जानकारी मिली थी कि कर्मचारी 11 मई को पुलिस के समक्ष गया और कुछ आरोप लगाए थे. उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय इस तरह के मामले को बहुत गंभीरता से लेता है और इसकी स्वतंत्र जांच के लिए एक टीम मुख्यालय से न्यूजीलैंड भेजी गयी थी.
विकास स्वरुप ने बताया कि इस मामले को हल करने के लिए टीम ने न्यूजीलैंड के अधिकारियों की मदद ली थी. टीम ने भारत वापस लौटने के इच्छुक पीडित कर्मचारी को वापस लौटने में भी मदद की. वह 28 मई को वापस लौट गया था. इस बीच, मीडिया की खबरों में आज बताया गया कि उच्चायुक्त रवि थापर आने की तैयारी कर रहे हैं. आज सुबह उनके वेलिंगटन स्थित आवास पर एक गाडी खडी हुयी नजर आयी. विदेश और व्यापार मंत्रालय :एमएफएटी: ने कहा कि उसे जानकारी है कि थापर न्यूजीलैंड छोडने की तैयारी कर रहे है. एक प्रवक्ता ने बताया, एमएफएटी को मालूम है कि कर्मचारी ने उच्चायोग में अपने साथ व्यवहार को लेकर न्यूजीलैंड पुलिस को बताया था.
हालांकि, थापर ने आरोपों से इंकार किया और कहा कि वह अपनी मां की देखभाल के लिए भारत लौट रहे हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैं जा रहा हूं…पिछले साल मेरे पिता का निधन हो गया था इसलिए मां की देखभाल के लिए जा रहा हूं. मैं 13,000 किलोमीटर दूर सिर्फ उनसे फोन पर बात कर नहीं रह सकता. थापर ने कहा कि उनकी पत्नी कार दुर्घटना की शिकार हो गयी थीं और वह पूरी तरह ठीक नहीं हो पायी हैं. कभी-कभी गरदन को सहारा देने के लिए नेक सपोर्ट लगाती थीं. वह किसी को भी प्रताडित नहीं कर सकतीं.
फेयरफैक्स मीडिया से उन्होंने कहा, यह बेहद बेतुकी बाद है कि इन चिकित्सा मुद्दों को सामना कर रहीं 50 साल से अधिक की एक महिला ऐसा करने की सोच भी सकती या 26 साल के किसी व्यक्ति को प्रताडित कर सकती हैं. उन्होंने उन आरोपों से भी इंकार किया कि व्यक्ति को गुलाम बनाकर रखा गया था.
उन्होंने कहा , वह घर का संरक्षक था. उस पर हमें पूरा भरोसा था. उसके पास चाबियां थी. सब कुछ खुला था. थापर ने कहा, गुलामी का सवाल ही नहीं उठता.

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