कूल्हा बदलने से 52 साल बाद सीधी चलने लगी महिला

नयी दिल्ली : छह महीने की उम्र में बिस्तर से गिरने के बाद हाल में अपने पूरे कूल्हे के प्रत्यारोपण के बाद एक महिला 52 साल की उम्र में पहली बार सीधी चल पा रही है. बिस्तर से गिरने के बाद से सीता सूद नाम की यह महिला चोटिल हो गयी थी. वह इतनी बुरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 3:02 AM

नयी दिल्ली : छह महीने की उम्र में बिस्तर से गिरने के बाद हाल में अपने पूरे कूल्हे के प्रत्यारोपण के बाद एक महिला 52 साल की उम्र में पहली बार सीधी चल पा रही है. बिस्तर से गिरने के बाद से सीता सूद नाम की यह महिला चोटिल हो गयी थी. वह इतनी बुरी तरह गिरी कि कूल्हे को जोड़ने वाली दायें जांघ की हड्डी टूट गयी जिसकी वजह से उसके दायां धड़ आठ सेंटीमीटर छोटा हो गया. बीएलके सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में सर्जरी विभाग के सीनियर सलाहकार डॉ राकेश महाजन ने कहा कि मरीज का बचपन में ऑपरेशन नहीं किया जिसके कारण धड़ आठ सेंटीमीटर छोटा हो गया.

अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सलाहकार ईश्वर बोहरा ने कहा, ऑपरेशन का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा समान अंग की लंबाई के साथ एक स्थिर कूल्हा देना था. तीन घंटे के ऑपरेशन के बाद मरीज को कुछ ही दिनों में अस्पताल से छुट्टी मिल गयी और वह अब धीरे-धीरे मजबूती हासिल कर रही है. सीता ने कहा, दर्द करने वाला मेरा धड़ अब एक पुरानी याद है.

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