”ललितगेट” : पासपोर्ट मुद्दे पर विदेश मंत्रालय का जानकारी देने से इनकार
नयी दिल्ली : ललित मोदी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विदेश मंत्री के ललित मोदी प्रकरण में आलोचनाओं का शिकार होने के बीच, उनके मंत्रालय ने मोदी का पासपोर्ट बहाल करने को लेकर पैदा विवाद के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार किया. मंत्रालय ने सात सवालों वाले आरटीआइ आवेदन का […]
नयी दिल्ली : ललित मोदी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विदेश मंत्री के ललित मोदी प्रकरण में आलोचनाओं का शिकार होने के बीच, उनके मंत्रालय ने मोदी का पासपोर्ट बहाल करने को लेकर पैदा विवाद के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार किया. मंत्रालय ने सात सवालों वाले आरटीआइ आवेदन का जवाब देते हुए कहा कि एक हिस्सा तो कानून के दायरे में नहीं आता, जबकि दूसरे हिस्से के सवालों के बारे में उसके पास कोई जानकारी नहीं है.
इधर, इस विवाद में भाजपा और कांग्रेस पहले से घिरी हुई है, पर रविवार को ‘आप’ भी लपेटे में आ गयी. ललित मोदी ने ‘आप’ नेता राहुल मेहरा पर एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट के बाद ‘आप’ को भी मेहरा पर सफाई देनी पड़ी. ललित ने उस चिट्ठी को ट्वीट किया, जिसे ‘आप’ के पूर्व प्रवक्ता और दिल्ली सरकार के हाइकोर्ट में स्टैंडिंग काउंसल राहुल मेहरा ने लिखी थी. राहुल ने ललित से आइपीएल के दूसरे सीजन में सभी आठ स्टेडियम में फूड और बेवरेज के राइट्स मांगे थे.
मेहरा की यह चिट्ठी अक्तूबर, 2008 की है. इसमें मेहरा ने न केवल ललित से 2003-04 से अपने गहरे रिश्ते का हवाला दिया है, बल्कि तब के आइपीएल कमिश्नर की तारीफ में कहा था कि लालफीताशाही और आपसी मतभेद के बावजूद आपमें खेल के प्रति जुनून, दृढ़ संकल्प, प्रगतिवादी तेवर, प्रोफेशनलिज्म और अतुल्य स्किल है. यह खुलासा तब हुआ है, जब ‘आप’ ललित से संबंधो को लेकर राजस्थान की सीएम और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस्तीफे की मांग कर रही है.
इस खुलासे के बाद राहुल मेहरा का अब कहना है कि उन्होंने प्रस्तावित प्रोजेक्ट पर अनुरोध किया था. वहीं, ‘आप’ ने राहुल से किनारा कर लिया है. पार्टी नेता कुमार विश्वास का कहना है कि राहुल पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं. अगर उन्होंने कुछ गलत किया है, तो वो दंड के भागी हैं. अगर नहीं किया तो छूट के भागी हैं, लेकिन उनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.