नयी दिल्ली : शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े पर लग रहे आरोपों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरे विवाद पर सफाई दी. सरकार ने कहा, किसी को भी टेंडर भरे बगैर ठेका नहीं दिया गया.
उन पर लग रहे आरोप बेबुनियाद है. शिक्षा मंत्री की अनुसंशा पर वित्त मंत्रालय ने आपत्ति जतायी उसके बाद टेंडर की फाइल वित्त विभाग से आयी ही नहीं. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने वित्त विभाग से राय मांगी थी. जितने भी आरोप सरकार पर लगाये जा रहे हैं,सभी बेबुनियाद है.
एक अंग्रेजी अखबार ने खबर छापी थी कि शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने बगैर टेंडर निकाले 191 करोड़ रुपये का ठेका कंपनी को दे दिया. यह ठेका विनोद तावड़े ने दिया है जबकि वित्त विभाग ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज करायी थी. आग से बचने के उपकरण को खरीद कर इसे लगभग 62,105 जिला परिषद के स्कूलों में भेजा जाना था.विनोद तावड़े ने भी एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उन पर जो आरोप लगे हैं वह बेबुनियाद है. उन्होंने किसी को ठेका नहीं दिया.