चीनी पनडुब्बी का पाकिस्तान में रुकना कोई बडी चिंता नहीं : नौसेना
कोलकाता : भारतीय नौसेना ने चीन की एक पनडुब्बी के पिछले महीने अरब सागर पार करके कराची में रुकने संबंधी खबरों के बीच आज कहा कि यह कोई बडी चिंता की बात नहीं है लेकिन वह ऐसी सभी गतिविधियों की निगरानी कर रही है. नेवल स्टाफ के वाइस चीफ वाइस एडमिरल पी मुरुगेसन ने आज […]
कोलकाता : भारतीय नौसेना ने चीन की एक पनडुब्बी के पिछले महीने अरब सागर पार करके कराची में रुकने संबंधी खबरों के बीच आज कहा कि यह कोई बडी चिंता की बात नहीं है लेकिन वह ऐसी सभी गतिविधियों की निगरानी कर रही है. नेवल स्टाफ के वाइस चीफ वाइस एडमिरल पी मुरुगेसन ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘किसी अन्य देश की पनडुब्बी का किसी तीसरे देश में रुकना कोई बडी चिंता की बात नहीं है लेकिन हम ऐसी घटनाओं की निगरानी रखते हैं, चाहे जो भी पनडुब्बी हमारे क्षेत्र में संचालित हो.’
उन्होंने रक्षा क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनी ‘गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड’ (जीआरएसइ) द्वारा निर्मित नौसेना के ‘वाटर जेट फास्ट अटैक क्राफ्ट्स’ के जलावतरण कार्यक्रम के इतर कहा कि भारत के पास भी पनडुब्बी क्षमता है और हमारी पनडुब्बियां भी अन्य देशों में रुकती हैं. उन्होंने कहा, ‘हम उनकी निगरानी करते हैं और उसके बाद यह देखते हैं कि हमें किस तरह के ऐहतियाती कदम उठाने चाहिए.’
उन्होंने कहा कि जहां तक नौसेना सहयोग की बात है तो ‘हमारे कई देशों के साथ संबंध हैं लेकिन हम अपने पडोस पर भी निगरानी रखते हैं कि कौन किसी अन्य नौसेना के साथ संबंध बना रहा है. इस बारे में सरकार के संबंधित प्राधिकारियों को भी जानकारी दी जाती है और हम अपनी नौसेना को उन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करते हैं जो ऐसे सहयोग से उत्पन्न हो सकती है.’