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सरकार ने 2016 के अंत तक 95 प्रतिशत बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा

नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज कहा कि सरकार ने 2016 के अंत तक बच्चों की 95 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है जबकि उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यक्रम के बेहतर प्रबंधन के लिए निजी क्षेत्र से मदद मांगी. उन्होंने कहा, ‘सरकार ने अगले डेढ वर्षों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2015 9:46 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज कहा कि सरकार ने 2016 के अंत तक बच्चों की 95 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है जबकि उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यक्रम के बेहतर प्रबंधन के लिए निजी क्षेत्र से मदद मांगी. उन्होंने कहा, ‘सरकार ने अगले डेढ वर्षों में 95 प्रतिशत बच्चों की आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य बनाया है. सरकार आज उद्योग एवं नवीन पहल करने वाले लोगों के साथ सभी प्रकार का संबंध कायम करने और भागीदारी के लिए तैयार है.’

केंद्रीय मंत्री भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) द्वारा यहां आयोजित सार्वभौम टीकाकरण कार्यक्रम की मदद के लिए नूतन पहल संबंधित प्रथम स्वास्थ्य एवं टीकाकरण सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने टीकाकरण के लक्ष्य के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग का आह्वान करते हुए कहा, ‘हमें तकनीकी इनपुट के रूप में आपके सहयोग की जरुरत है ताकि टीकाकरण को लागत के लिहाज से किफायती बनाया जा सके क्योंकि कार्यक्रम के बेहतर प्रबंधन के लिए नयी दवा की जरुरत है.’

नड्डा ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काफी प्रगति हासिल की है जिसमें 16 साल की आयु तक के बच्चों के समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान रखा जाता है. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जीवन चक्र रुख अपनाया जाता है. इसमें संस्थागत आपूर्ति, समय पर टीकाकरण तथा हस्तक्षेप और पांच साल से कम आयु वाले बच्चों को फालिक एसिड देकर उनकी निगरानी करना शामिल है.’

इसके अलावा सरकार को शिशु मृत्युदर एवं पांच साल से कम आयु वाले बच्चों की मृत्यु दर को कम करने में भी सफलता मिली है. यह इस कार्यक्रम के किसी भी देश के दो स्वास्थ्य संकेतक होते हैं. उन्होंने कहा कि हमने इन दोनों कारकों को नियंत्रित करने में लंबा सफर तय किया है. पांच साल से कम आयु वाले बच्चों की मृत्यु दर 1990 में 118 थी जो 2013-14 में घटकर 49 रह गयी. इसी प्रकार शिशु मृत्युदर जो 1990 में 80 थी वह 2013-14 में घटकर 40 रह गई.

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