मनमोहन ने कहा, इस्तीफा नहीं, राहुल से करूंगा बात
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज दागी जन प्रतिनिधियों को संरक्षण प्रदान करने वाले अध्यादेश के मामले पर राहुल गांधी द्वारा उनकी सरकार कोखरी-खरी सुनाए जाने के मद्देनजर इस्तीफा देने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. इस बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस्तीफा देने का सवाल ही […]
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज दागी जन प्रतिनिधियों को संरक्षण प्रदान करने वाले अध्यादेश के मामले पर राहुल गांधी द्वारा उनकी सरकार कोखरी-खरी सुनाए जाने के मद्देनजर इस्तीफा देने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. इस बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता.’’
प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी की टिप्पणियों पर कहा कि वे यह पता करने की कोशिश करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ. उन्होंने कहा कि चुनावों में नरेंद्र मोदी का सामना करने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकसाथ आना चाहिए.गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है जिसमें विवादास्पद अध्यादेश की समीक्षा की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार ने दागियों को बचाने के लिए अध्यादेश लाकर ठीक नहीं किया है. उन्होंने कहा था कि मेरी पार्टी और सरकार से इतर मेरी निजी राय है कि अध्यादेश पूरी तरह से बकवास है और इसकी कॉपी को फाड़कर फेंक देना चाहिए.
भारत-अमेरिका संबंध क्रेता-विक्रेता से आगे बढ़ चुके हैं
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि भारत-अमेरिका के संबंधों के विस्तार के लिए कदम उठाए गए हैं और आज दोनों देशों के बीच रिश्ते क्रेता-विक्रेता से आगे बढ़ चुके हैं. संबंधों का विस्तार रक्षा क्षेत्र में संयुक्त विकास और उत्पादन में हो रहा है.
उन्होंने असैन्य परमाणु करार के क्रियान्वयन को लेकर आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि सरकारी स्तर पर किसी तरह की अड़चनें नहीं हैं. अपनी अमेरिकी यात्रा से लौटते हुए मीडियाकर्मियों से बातचीत में सिंह ने कहा, ‘‘मेरी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ काफी अच्छी बैठक हुई.