Covid Varient: चीन के बुहान लैब से जन्मा कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बन गया है. समय के साथ इसके एक से बढ़कर एक वेरिएंटस् ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया. भारद का डेल्टा वेरिएंट भी काफी खतरनाक है. और उससे भी ज्यादा खतरनाक है डेल्टा प्लस वेरिएंट. दुनिया में इस वेरिएंट के 200 के करीब मामले पाये गये हैं, जिसमें भारत में 40 मामले हैं. कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार होगा.
कोरोना के सैकड़े वेरिएंट में कुछ वेरिएंट काफी खतरनाक हैं. अभी तक ऐसे चार वेरिएंट जिससे पूरी दुनिया में कोहराम मचा दिया है. डेल्टा वैरिएंट इतना ताकतवर है कि यह एक दिन में दर्जनों लोगों को संक्रमित कर सकता है. आज हम बताते है दुनिया के सबसे ज्यादा खतरनाक कोरोना वेरिएंट के बारे में जिससे अबतक हुई है सबसे ज्यादा मौत.
अल्फा (बी.1.1,7) वैरिएंट: कोरोना के जितने भी वैरिएंट हुए है उसमें सबसे ज्यादा तबाही कोरोना के अल्फा वेरिएंट ने मचाई है. सबसे पहले सितंबर 2020 यह ब्रिटेन में पाया गया था. WHO और CDC ने इसे काफी गंभीर वैरिएंट घोषित किया था. सबसे खा, बात कि, यह मूल कोरोना वायरस की अपेक्षा 30 से 70 फीसद ज्यादा खतरनाक है.
बीटा वेरिएंट (B.1.351): कोरोना का एक और खतरनाक बीटा वेरिएंट है. यह सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला था. इसमें संक्रमण फैलाने की जोरदार क्षमता है. कई मामलों में यह वेरिएंट पर वैक्सीन का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
गामा (पी.1) वेरिएंट: यह वैरिएंट सबसे पहले ब्राजील में मिला था. अबतक 65 से अधिक देशों में इसके संक्रमण फैले हैं. इसके दो हजार से ज्यादा वेरिएंट हो चुके हैं. कई बार इसके म्यूटेशन होने से यह तेजी से फैलता है.
डेल्टा (बी.1.617.2)वेरिएंट: कोरोना का डेल्टा वेरिएंट भारत में मिला है. देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए यहीं वेरिएंट जिम्मेदार है. 75 से ज्यादा देशों में यह वेरिएंट फैला है. यह तेजी से संक्रमित होने वाला वेरिएंट है.
डेल्टा प्लस वेरिएंट: इनके अलावा कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट भी काफी खतरनाक माना जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर कहा है कि, यह वेरिएंट का प्रसार तेजी से होता है. यह फेफड़ों की कोशिकाओं के रिसेप्टर्स से मजबूती से जकड़ा रहता है. यह एंटीबॉडी प्रतिक्रिया में भी कमी कर देता है.
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में इस वायरस के 200 के करीब वेरिएंट पाये गये हैं, जिसमें भारत में 40 मामले हैं. कई जानकारों का दावा है कि यह डेल्टा प्लस वेरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार होगा.
Posted by: Pritish Sahay