राजनाथ सिंह बोले, हालात अनुकूल होने पर जम्मू-कश्मीर से आफ्सपा हटाया जाएगा

श्रीनगर: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि जब हालात अनुकूल होंगे तो जम्मू-कश्मीर से विवादास्पद सशस्त्र बल विशेष शक्ति अधिनियम (आफ्सपा) हटा लिया जाएगा. सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि हालात ऐसे होने चाहिए, और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं, कि देश भर में कहीं भी आफ्सपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2015 6:32 PM

श्रीनगर: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि जब हालात अनुकूल होंगे तो जम्मू-कश्मीर से विवादास्पद सशस्त्र बल विशेष शक्ति अधिनियम (आफ्सपा) हटा लिया जाएगा. सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि हालात ऐसे होने चाहिए, और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं, कि देश भर में कहीं भी आफ्सपा की जरुरत नहीं हो.’’ अमरनाथ गुफा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे सिंह ने अलगाववादियों से वार्ता को खारिज कर दिया.

जम्मू-कश्मीर में सत्तारुढ गठबंधन में शामिल भाजपा की सहयोगी पार्टी ने राज्य से आफ्सपा हटाने का विरोध करने पर कल केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह पर हमला किया था और उनके बयान को ‘‘आपत्तिजनक एवं अस्वीकार्य एवं अक्षम्य लहजे वाला’’ करार दिया था.

लोकसभा में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले जितेन्द्र ने राज्य से आफ्सपा की आंशिक वापसी का विरोध किया था और रेखांकित किया था कि इस संबंध में अंतिम निर्णय राजनीतिक कर्मियों से नहीं बल्कि सुरक्षा एजेंसियों को करना है.

दो दिन के कश्मीर दौरे पर आए सिंह ने आज कहा कि विभिन्न पक्षों को सहयोग करना होगा ताकि अधिनियम की वापसी सुनिश्चित हो सके. आफ्सपा निरस्त करना साझा न्यूनतम कार्यक्रम ‘एजेंडा ऑफ अलायंस’ का एक हिस्सा है जिसके आधार पर पीडीपी ने भाजपा के साथ मिल कर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाई.

एजेंडा कहता है, ‘‘परिणामस्वरुप, यह केंद्र सरकार को इन इलाकों में आफ्सपा के जारी रहने पर अंतिम रुख अपनाने में सक्षम करेगा.’’ केंद्रीय गृहमंत्री से जब पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी समूहों के साथ वार्ता करने की केंद्र की कोई योजना है तो उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों से बातचीत करने का हमारे पास कोई प्रस्ताव नहीं है.’’

सिंह ने कहा, ‘‘हम किसी की भी बात सुनने और उससे बात करने के लिए तैयार हैं लेकिन राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का विरोध और बहिष्कार किया जाना चाहिए.’’ केंद्रीय गृहमंत्री से जब पूछा गया कि विभिन्न मुद्दों पर पीडीपी और भाजपा में मतभेद के मद्देनजर क्या उनकी गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी तो उन्होंने कहा कि इसपर यकीन नहीं करने का कोई कारण नहीं है.

कश्मीर के सुरक्षा हालात के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि कश्मीर में हालात बिगडने नहीं दिया जाएगा’’ सिंह ने कहा, ‘‘यहां हालात सुधारने के लिए हमें जम्मू के लोगों और कश्मीर के लोगों के सहयोग की जरुरत है.’’

Next Article

Exit mobile version