हेमा मालिनी पर सोशल मीडिया में खड़े हुए सवाल, क्या वीवीआईपी की जान एक बच्ची से कीमती है?
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी की मथुरा से सांसद और मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी की सड़क दुर्घटना के बाद उनका ईलाज चल रहा है. संभव है कि आज उन्हें अस्पातल से छुट्टी मिल जायेगी. इस हादसे के बाद कई सवाल खड़े होने लगे है. जिस तरह से एक ओल्टो से सीधी टक्कर हुई, ओल्टो […]
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी की मथुरा से सांसद और मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी की सड़क दुर्घटना के बाद उनका ईलाज चल रहा है. संभव है कि आज उन्हें अस्पातल से छुट्टी मिल जायेगी. इस हादसे के बाद कई सवाल खड़े होने लगे है. जिस तरह से एक ओल्टो से सीधी टक्कर हुई, ओल्टो में घायल परिवार वालों को अस्पताल पहुंचाने में देरी होने के कारण बच्ची हुई. इसने सोशल मीडिया पर एक नयी बहस छेड़ दी है. वीवीआईपी के ईलाज मे इतनी फुरती औऱ आम लोगों के ईलाज में देरी के कारण एक छोटी सी बच्ची की मौत ने हेमा मालिनी पर सवाल खड़े कर दिए है. उनसे सहानुभूमित रखने वालों की कमी नहीं है लेकिन इस हादसे में बच्ची की हुई मौत ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है है कि देश में वीवीआईपी की जान की कीमत एक बच्ची की जान की कीमत से ज्यादा है? .
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर पर लोगों ने #Hemamalni दो दिनों से ट्रेंड कर रहा है. इस हैसटैग के साथ इस हादसे पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसमें मीडिया पर भी निशाना साधा गया है कोमाथी कार्थी ने लिखा है कि मीडिया सिर्फ हेमा मालिनी की चिंता कर रही है क्योंकि वह अभिनेत्री है बच्ची की मौत पर कोई बहस नहीं कर रहा. शरण भागवथ ने भी लिखा कि मीडिया हेमा मालिनी की टूटी नाक को कवर कर रहा है लेकिन बच्ची की मौत को नहीं मीडिया भी वीवीआईपी होने के नाते उन्हें प्राथमिकता दे रहा है. इसके अलावा भी इस हैसटैग के साथ कई लोगों ने अपने विचार बांटे है
पीड़ित परिवार का भी आरोप है कि अगर उन्हें हेमा मालिनी के साथ ही अस्पताल ले जाया जाता तो उनकी बच्ची की जान बच सकती थी. दौसा के छोटे से अस्पताल के बाद उन्हें ईलाज के लिए जयपुर भेजा गया यहां भी वह आधे घंटे तक पड़े रहे लेकिन उनका ईलाज नहीं हुआ. समय पर ईलाज ना होने के कारण बच्ची की मौत हो गयी.