श्रीनगर में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी, पांच सैनिक घायल, भारी गोलीबारी
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ चल रही है.आतंकियों के हमले की चपेट में आकर अभी तक5पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है.चौबीस सितंबर को 30-40 आतंकवादियों ने कई बिंदुओं से घुसपैठ का प्रयास किया था जिसके खिलाफ सेना के अभियान का आज दसवांदिन है. सेना की 15 […]
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ चल रही है.आतंकियों के हमले की चपेट में आकर अभी तक5पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है.चौबीस सितंबर को 30-40 आतंकवादियों ने कई बिंदुओं से घुसपैठ का प्रयास किया था जिसके खिलाफ सेना के अभियान का आज दसवांदिन है.
सेना की 15 वीं कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा इस अभियान पर पूरा नियंत्रण है जो 24 सितंबर को छेड़ा गया था. हमारी चौकियों पर घुसपैठियों के कब्जे की खबर पूरी तरह बेबुनियाद है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अबतक जो अभियान चल रहा है, (घुसपैठियों की) ताकत है तथा कई बिंदुओं से उन्होंने (घुसपैठ का) जो प्रयास किया है, उनसे संकेत मिलता है कि निश्चित तौर पर वे कुछ विशेष सैनिक हैं.
हमने घुसपैठ के पिछले जो प्रयास देखे हैं, यह उनसे बिल्कुल भिन्न है. ’’ लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि आज इस अभियान का नौवां दिन है जिसमें पांच सैनिक घायल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सभी घायल सैनिक भर्ती किए गए हैं और उनकी हालत स्थिर है. ’’
सिंह ने यह कहते हुए इस अभियान का ब्यौरा देने से इनकार किया कि ऐसा करने से इलाके में छिपे घुसपैठियों के खिलाफ सेना की प्रभावकारिता एवं रणनीति प्रभावित हो सकती है. उन्होंने कहा कि केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवादियों की संभावित घुसपैठ के बारे में विशेष खुफिया सूचना के आधार पर अभियान शुरु किया गया था.हालांकि सैन्य कमांडर ने कहा कि यह कहना फिलहाल जल्दबाजी होगी कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की इस घुसपैठ में शामिल है या नहीं है लेकिन सिंह ने कहा कि निश्चित ही ऐसे संकेत हैं कि कुछ विशेष सैनिक उसके अंग हैं. उन्होंने कहा कि सेना इस चुनौती से टकराने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी भूमिका है और हम हैं ही उसी के लिए.’’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को चारों ओर से सैनिकों ने घेर लिया है लेकिन भारतीय के जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए इस अभियान में एक के बाद एक कर आगे बढ़ा जा रहा है.सिंह ने कहा, ‘‘अभियान काफी सोच समझकर तैयार किया गया है. हम जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं क्योंकि ऐसा करने का मतलब अपने लोगों की जान जोखिम में डालना है. ’’