नयी दिल्ली : ललित मोदी प्रकरण में हर दिन नये खुलासे सामने आ रहे है. केन्द्र सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम सामने आने के बाद यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज ललित मोदी को लेकर दाऊद इब्राहिम के खास सहयोगी ने कई खुलासे किये. छोटा शकील ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि ललित मोदी को अब डी कंपनी से कोई खतरा नहीं हैं . उसके साथ पैसे के लेन-देन का मामला था जो अब खत्म हो चुका है.
छोटा शकील ने कहा है कि हम तो उसे बैंकॉक में मारने वाले थे, लेकिन हम थोड़े लेट हो गए और वो वहां से निकल गया. उसको तो हमे मारना ही था लेकिन क्रिकेट से मेरा कोई लेना देना नहीं है, वो दूसरा मामला था. क्रिकेट की वजह से मारना होता तो हम उसे उसी वक्त मार देते जब वो मुंबई में घूमता रहता था. वो हमारे बिजनेस का मामला था जिसमें हमें ललित मोदी से 1000 करोड़ रूपया लेना था. उसने कहा कि उन्होंने हमारा पैसा दे दिया, अब वो घूम फिर सकते हैं. अब वो इंडिया आ जाएं जो करना है करें. हालांकि शकील ने नहीं बताया कि वो मामला क्या था.
छोटा शकील ने कहा ललित मोदी से कोई झगड़ा नहीं है. लेकिन वो भाई का नाम का आसरा ले रहा है. उसने जोर देते हुए कहा कि जिसे अच्छा करना होता है वह भी डी कंपनी का नाम लेता है और जिसे बुरा करना होता है वह भी डी कंपनी का नाम लेता है. हालांकि शकील ने यह नहीं बताया कि मामला क्या था.
छोटा शकील ने दावा किया कि दाऊद खुद भारत आना चाहता था लेकिन लालकृष्ण आडवाणी और शरद पवार ने अडंगा लगा दिया. फोन से हुए लंबे बातचीत में छोटा शकील ने कई खुलासे किये. छोटा शकील ने कहा कि उसने छोटा राजन को मारने के लिए आस्ट्रेलिया गया था. लेकिन छोटा राजन चकमा देने में सफल हो गया. छोटा शकील ने कहा कि छोटा राजन और एजाज लकड़ावाला हमारे गैंग से मार खाया है. हमारे नजर में छोटा राजन एक भगोड़ा है. दम है तो वो सामने आके लड़े.
उसने यह भी कहा कि दाऊद के गुट ने 6 साल तक मुंबई में एक गोली भी नहीं चलायी. हम अपने जबान पर कायम. जब पत्रकार ने सवाल पूछा कि वो किसको जबान दिये थे तो उसने इसका खुलासा करने से इंकार कर दिया और कहा कि जो लोग देख रहे उन्हें पता है.
छोटा शकील ने यह भी कहा कि जब भी भारत में कोई नयी सरकार आती है तो दाऊद को भारत लाने की बात कहती है. लेकिन दाऊद कोई हलवा या बकरी नहीं है जो इतने आसानी से पकड़ लायेगा.