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व्यापमं घोटाला : 25 आरोपित-गवाहों की हो चुकी है मौत, राजनाथ ने शिवराज को किया फोन

नयी दिल्ली/भोपाल : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की मौत का सिलसिला जारी है. इस घोटाले का कवरेज कर रहे टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के एक दिन बाद रविवार को जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अरुण शर्मा दिल्ली के एक होटल के अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2015 4:59 AM

नयी दिल्ली/भोपाल : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की मौत का सिलसिला जारी है. इस घोटाले का कवरेज कर रहे टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के एक दिन बाद रविवार को जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अरुण शर्मा दिल्ली के एक होटल के अपने कमरे में मृत पाये गये. वह फर्जी परीक्षार्थियों की जांच कर रहे थे. उन्होंने हाल ही में व्यापमं से संबंधित जानकारियां मामले की जांच कर रही एसटीएफ को दी थीं. दो दिन में दो मौते होने के चलते सीबीआइ जांच की मांग जोर पकड़ने लगी है.करीब एक पखवारा पहले एसआइटी ने हाइकोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में अब तक 23 आरोपितों और गवाहों की ‘असमान्य’ मौत की बात स्वीकारी थी.

इसके बाद से दो और लोगों को रहस्यमयी परिस्थिति में हो गयी थी. कुछ खबरों में कहा गया है कि 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. 64 वर्षीय डॉ अरुण शर्मा का शव इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास द्वारका स्थित उपल होटल के एक कमरे में पाया गया. दिल्ली पुलिस का कहना है कि कई बार खटखटाने पर जब दरवाजा नहीं खुला, तो होटल कर्मचारियों ने डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला और इसके बाद डॉ अरुण शर्मा का शव बरामद किया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कमरे में शराब की एक लगभग खाली बोतल बरामद की गयी. शर्मा ने उल्टी की थी और ऐसे संकेत मिले हैं कि उन्होंने बहुत अधिक शराब पी थी. मौके से फोरेंसिक सबूत एकत्र कर लिये गये हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.व्यापमं घोटाले से शर्मा के कथित संबंध के बारे में पूछे जाने पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण-पश्चिम) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि पुलिस अपनी जांच में सभी पहलुओं को शामिल कर रही है.

इधर इस मामले में संभावित साजिश की अटकलें इसलिए तेज हो गयी है कि डॉ शर्मा नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के दूसरे डीन हैं, जिनकी रहस्यमयी मौत पिछले एक साल में हुई है. डॉ शर्मा से पहले डीके सकाले की मौत हुई थी. सकाले भी दाखिले में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रहे थे. उनका शव अपने आवास पर जली हुई अवस्था में पाया गया था. मध्य प्रदेश पुलिस ने उस वक्त कहा था कि सकाले ने खुदकुशी की है.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के जबलपुर जिले के अध्यक्ष सुधीर तिवारी ने कहा, हम डॉ शर्मा की मौत से सकते में हैं. वह डॉ सकाले के बहुत करीब थे. तिवारी ने दावा किया कि शर्मा सकाले की शोकसभा में रो पड़े थे और दावा किया था कि सकाले खुदकुशी नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, ‘‘मुङो आशंका है कि शर्मा की भी हत्या की गयी होगी. तिवारी ने कहा कि मुङो दो दिन पहले पता चला था कि डीन ने व्यापमं से संबंधित रिपोर्ट मामले की जांच कर रही एसटीएफ को सौंप दी.

शनिवार को एक न्यूज चैनल के खोजी पत्रकार अक्षय सिंह की मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में मौत हो गयी थी. वह एक छात्र नम्रता दामोर के माता-पिता का साक्षात्कार लेने पहुंचे थे. इस घोटाले में नाम आने के बाद नम्रता का शव सात जनवरी, 2012 को रेल की पटरी के निकट पाया गया था.

डॉ शर्मा की मौत पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर अरुण कुमार शर्मा दिल्ली के होटल में मृत पाये गये. उनके पिता एनके शर्मा मंत्री, सांसद और एमपीसीसी के अध्यक्ष थे. एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, संयोग से इससे पहले के डीन डॉक्टर सकाले भी अपने आवास के लॉन में जली हुई अवस्था में मृत पाये गये थे. सिंह ने कहा, वह (सकाले) व्यापमं के जरिये मेडिकल कॉलेज में अनियमित दाखिलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे थे. किसी सरकार ने नहीं कहा कि यह आत्महत्या का मामला है.

राजनाथ ने शिवराज को किया फोन, मांगी जानकारी

नयी दिल्ली. पत्रकार अक्षय सिंह और जबलपुर के मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अरु ण शर्मा की संदिग्ध हालात में मौत के मामले पर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार और केंद्र पर हमला तेज कर दिया है. हरकत में आते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार की शाम शिवराज सिंह चौहान को फोन किया. बताया जा रहा है कि राजनाथ ने शिवराज से पत्रकार अक्षय की मौत को लेकर विस्तृत जानकारी मांगी है.

एसआइटी करेगी जांच

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- न केवल यह मौत बल्कि व्यापमं मामले से संबंधित हर मौत के मामले की जांच होनी चाहिए और इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है. चौहान ने रविवार को भोपाल में अपने निवास पर संवाददाताओं से कहा, टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत दुर्भाग्यजनक है और उनकी मौत की जांच के लिए वह एसआइटी को लिखेंगे.

एम्स में होगी अक्षय के विसरा की जांच

पत्रकार अक्षय सिंह के विसरा के नमूने की जांच एम्स, दिल्ली में करायी जायेगी. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अक्षय के विसरा की जांच राज्य से बाहर कराने की मांग मान ली. अक्षय की बहन पाक्षी सिंह ने शिवराज को पत्र लिख कर इसकी मांग की थी.

आइएमए अध्यक्ष ने भी कहा, मेरी जान को खतरा

आइएमए, जबलपुर के अध्यक्ष डॉ सुधीर तिवारी ने भी आशंका जतायी कि जिस तरह से सभी लोग मर रहे हैं, उससे मेरी जान को भी खतरा है.

हाइ लेवल जांच हो : जदयू

पटना. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने रविवार को कहा कि व्यापमं घोटाले का रहस्य बरकरार है. इसके रहस्य से जो भी परदा उठा रहा है, उसकी हत्या हो जा रही है, इसलिए इसके रहस्य से परदा उठाने के साथ-साथ हो रही हत्याओं की भी जांच की जानी चाहिए. सरकार हाइ लेबल की जांच कराये.

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