बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं. इस कारण वे पूरे देश में प्रसिद्ध हैं. अपनी वाक पटुता से वे विरोधियों को भी मजाक ही मजाक में कड़वे बोल बोल देते हैं. रैलियों और सभाओं में उनके समर्थक लालू के इसी अंदाज को देखने के लिए उमड़ते थे.
एक मौके पर उन्होंने बिहार की सड़कों को ‘हेमामलिनी के गाल की तरह चिकनी’ बना देने का वादा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि बिहार की सड़कों को वे हेमामलिनी के गाल की तरह चिकना बना देंगे.
झारखंड अलग राज्य बनने के पहले लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे. इन्होंने एक भाषण में कहा था कि उनके शव पर ही राज्य का बंटवारा होगा. यानी जीते जी वे बंटवारे की बात को स्वीकार नहीं करेंगे. कुछ दिनों बाद झारखंड स्वतंत्र राज्य बन गया. जिस चाईबासा ट्रेजरी से निकासी के मामले में लालू को जेल की सजा हुई है, वह भी आज के झारखंड में ही है.
उन्होंने 15 साल तक बिहार में शासन किया. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई बार कहा था कि जब तक रहेगा समोसे में आलू बिहार में रहेगा लालू. उनका यह कथन पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर देता था.
अपनी बातों से वो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं. रैली में वे अक्सर बोलते थे कि “मेरी पहचान आम लोगों के बीच दूसरों से अधिक है क्योंकि जब मैं लोगों के बीच जाता हूं तो लोग कहते हैं ललूआ आ गया ललूआ आ गया…..”
लालू ने शाहरूख खान के एक कार्यक्रम में सत्तू बनाने की विधि का वर्णन किया और उन्होंने सत्तू से होने वाले फायदे भी दर्शकों को बताये.