नई दिल्ली : नेस्ले इंडिया ने मैगी इंस्टैंट नूडल को नष्ट करने के लिए अंबुजा सीमेंट्स को 20 करोड रूपये का भुगतान किया. गौरतलब है कि देश के खाद्य नियामकों ने मैगी को मानव उपयोग के लिए खतरनाक बताया था.
समझा जाता है कि अंबुजा सीमेंट्स को महाराष्ट्र में चंद्रपुर में स्थित सीमेंट संयंत्र में मैगी नूडल को जलाने के लिए इस राशि का भुगतान किया गया है. इस कंपनी को पहले गुजरात अंबुजा सीमेंट्स के तौर पर जाना जाता था.
नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता से कहा कि गुजरात अंबुजा सीमेंट्स उन्हें बाजार से वापस लिए गए मैगी नूडल को नष्ट करने में मदद कर रही है. प्रवक्ता ने, हालांकि, अंबुजा सीमेंट्स के संयंत्र में मैगी जलाने की लागत की पुष्टि नहीं की हैं. वे कहते हैं कि नष्ट किये जाने वाले भंडार के मूल्य के अलावा अतिरिक्त लागत पर भी विचार किया जायेगा, मसलन बाजार से मैगी इकट्ठा करना, नष्ट करने वाले केंद्र तक इसका परिवहन और नष्ट करने की लागत आदि शामिल है.
नेस्ले इंडिया ने कहा कि वित्तीय नतीजे की घोषणा के समय ऐसी लागत और अन्य अप्रत्याशित लागत को उचित लेखा परीक्षण मानकों के तहत शामिल किया जायेगा. पिछले महीने नेस्ले इंडिया ने बताया था कि वह केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के बाद 320 करोड रूपये के इंस्टैंट नूडल नष्ट करने की प्रक्रिया में है.
एफएसएसएआई ने पांच जून को मैगी पर प्रतिबंध लगाया था और बाजार ने मैगी की नौ किस्में तुरंत वापस लेने का निर्देश दिया था. नेस्ले इंडिया ने बाजार से उत्पाद वापस ले लिए. नेस्ले इंडिया ने बंबई उच्च न्यायालय में प्रतिबंध के आदेश का चुनौती दी है.