मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों को हो रही लगातार मौतों की सीबीआई जांच की मांग की है. कांग्रेस के शोर मचाने के बाद चौहान ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए हाई कोर्ट से सीबीआई जांच की मांग की है. इससे पूर्व व्यापमं मामले की जांच हाई कोर्ट के आदेश पर एसटीएफ कर रही थी. इसके बाद कांग्रेस ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित सीबीआई की टीम ही मामले की जांच करे, तभी निष्पक्ष जांच हो पायेगा.
एनडी टीवी से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्व में हाई कोर्ट के निर्देश पर ही एसटीएफ इस मामले की जांच कर रहा था. हाई कोर्ट ने कहा था कि एसटीएफ की ओर से की जा रही जांच से कोर्ट संतुष्ट है. इसकी जांच सीबीआई से कराने की जरुरत नहीं है. चौहान ने कहा कि हाई कोर्ट के सम्मान को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पहले इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग नहीं की थी.
उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों में जो कुछ मौतें हुईं और उसके बाद देश भर में सरकार को बदनाम करने की जो मुहिम चली, उसके बाद मैंने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर दी. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग मैंने हृदय से की है. मैं हृदय से चाहता हूं कि इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा हो.
एक सवाल के जवाब में शिवराज ने कहा कि उन्होंने कभी भी नहीं चाहा कि मामले की जांच सीबीआई ना करे. लेकिन मैं हाई कोर्ट के आदेश को चैलेंज नहीं करना चाहता था. उन्होंने कहा कि चूंकि हाई कोर्ट ने जब इस मामले में सीबीआई जांच की जरुरत से इनकार किया था तब मैंने भी सौचा कि चलो हाई कोर्ट अगर नहीं चाहती तो सीबीआई जांच की मांग करना उचित नहीं है.
चौहान ने अपने मंत्रियों के बयान पर कहा कि उनके मंत्रियों ने अपने बयानों पर स्पष्टिकरण दे दिया है और वे उनके स्पष्टिकरण से संतुष्ट हैं.एक और सवाल के बवाब में चौहान ने कहा कि इसकी जांच कराकर मैंने कोई गलती नहीं की. और कभी भी इसे पॉलिटिकल क्राइसिस नहीं मानता. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए सरकार हर स्तर तक जाने के लिए तैयार है.