नयी दिल्ली : व्यापमं घोटाले को लेकर एक बार फिर आज कांग्रेस ने भाजपा पर जोरदार प्रहार किया है. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि व्यापमं घोटाले से यह बात साफ है कि लोकतंत्र में भ्रष्टाचार का स्तंभ कुछ भी कर सकता है जिससे पैसे की उगाही हो सके.
What is Vyapam? A shining example of what a nexus of corrupt pillars of Democracy can do to make money, save accused and eliminate dissent.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 8, 2015
वहीं कांग्रेस नेता एएम सिंघवी ने कहा कि हमारी है कि सीबीआइ की जो जांच हो उसपर एसआइटी नजर रखे. उन्होंने कहा कि इस घोटाले को लेकर पार्टी के नेताओं में एकमतता नहीं दिख रही है. आपको बता दें कि भाजपा नेता उमा भारती ने मामले की सीबीआइ जांच की मांग की थी.
Internal contradiction with in the party led to this change of decision: AM Singhvi, Cong on #Vyapam scam/ MP CM
— ANI (@ANI) July 8, 2015
दिग्विजय सिंह ने बुधवार की सुबह ट्वीट किया कि व्यापमं क्या है ? यह एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे लोकतंत्र का भ्रष्ट स्तंभ पैसे बनाने के लिए कुछ भी कर सकता है. केवल पैसा ही नहीं बनाया जा सकता है बल्कि सत्ता के सहारे दोषियों को बचाया भी जा सकता है.
Shouldn't be seen as one Political Party against another. Anyone who has cheated and duped innocent people should be punished.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 8, 2015
उन्होंने ट्वीट किया इसको केवल राजनीतिक पार्टियों तक सीमित होकर नहीं देखना चाहिए. जिसने भी सीधी-साधी जनता को ठगा है उसे सजा मिलनी चाहिए. पूरे देश कि निगाहें अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर है जो 9 जुलाई को आने वाला है. मुझे पूरा यकिन है कि सच सामने आयेगा.
The whole Nation is waiting for Hon Supreme Court for their decision on 9th in Vyapam. I am sure Truth would prevail.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 8, 2015
आपको बता दें कि व्यापमं घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने पर महत्वपूर्ण फैसला 9 जुलाई तक आना है. इस मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और तीन व्हिस्लब्लोअह की याचिका पर सुनवाई होगी. कल शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह एलान किया था कि इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए मैं हाई कोर्ट को सीबीआई जांच की अनुशंसा के लिए एक अनुरोध पत्र लिखूंगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार आज व्यापम घोटाले की सीबीआइ से जांच कराने पर हाईकोर्ट मुहर लगा सकता है.