प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, शी चिनफिंग से साल भर में पांच मुलाकात संबंधों में गहराई का सबूत
उफा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आज यहां द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और कहा कि दोनो के बीच साल भर में यह पांचवीं मुलाकात भारत-चीन संबंधों में गहराई का प्रमाण है. यहां ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एसएसीओ) शिखर सम्मेलन से पहले दोनों नेताओं ने मुलाकात की. पिछले […]
उफा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आज यहां द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और कहा कि दोनो के बीच साल भर में यह पांचवीं मुलाकात भारत-चीन संबंधों में गहराई का प्रमाण है.
यहां ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एसएसीओ) शिखर सम्मेलन से पहले दोनों नेताओं ने मुलाकात की. पिछले साल जुलाई में ब्राजील के फोर्तालेजा में दोनों नेताओं की पहली मुलाकात के बाद से यह उनकी चौथी द्विपक्षीय बैठक है. सितंबर 2014 में शी ने भारत का दौरा किया था जबकि मोदी ने इस साल मई में चीन की यात्रा की थी. शी और मोदी ने अपनी द्विपक्षीय यात्राओं के दौरान एक दूसरे के गृह नगरों का भी दौरा किया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने मोदी के हवाले से बताया, एक साल में हमारी पांचवी मुलाकात भारत-चीन संबंध में गहराई दर्शाती है. मोदी ने शी से यह कहा.आगामी एसएसओ शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को संगठन की पूर्ण सदस्यता देने की प्रक्रिया शुरु करने का प्रस्ताव पारित किए जाने की उम्मीद है.
एससीओ का गठन 2001 में हुआ था. फिलहाल इसके छह सदस्य देश हैं…चीन, कजाकस्तान, किर्गिजस्तान, रुस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान. इसके अलावा अफगानिस्तान, भारत, ईरान, मंगोलिया और पाकिस्तान को पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल है, जबकि बेलारुस, तुर्की और श्रीलंका वार्ता साझेदार हैं.