इंफाल : मणिपुर में एक स्थानीय संगठन द्वारा सोमवार को 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया गया है. सीमा से सटे चंदेल जिले में म्यामां को अचिन्हित इलाकों में बाड़ लगाए जाने से रोकने में सरकार की विफलता को देखते हुए इस हड़ताल का आह्वान किया गया है.
प्रोटेक्शन ऑफ लैंड इन बॉर्डर फेंसिंग (सीपीएलबीएफ) समिति के सहसंयोजक नगाहोमी रानसांग ने आज आरोप लगाया कि अचिन्हित इलाकों में पुन: सर्वेक्षण नहीं होने तक इलाकों में बाड़ के काम को रुकवाने में सरकार विफल रही है.
उन्होंने कहा कि यदि बाड़ लगाने के काम को रोका नहीं गया तो चंदेल, चूड़चंद्रपुर और उखरुल जिले के कम से कम 43 गांव (18,000 निवासियों के 2,969 घर) पड़ोसी देश की सीमाक्षेत्र के अंतर्गत आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि यदि बाड़बंदी के काम नहीं रोका गया तो चूड़चंद्रपुर जिले में सीमा खंभा 32 से 48, चंदेल जिले में सीमा खंभा 49 से 89 और उखरुल जिले में सीमा खंभा 90 से 130 के बीच के क्षेत्र गंभीर रुप से प्रभावित हो जाएंगे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मामले की जानकारी केंद्र को दे दी गई है क्योंकि राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इस घटनाक्रम को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कर सकती. कई राजनीतिक दल केंद्र और राज्य सरकार से मणिपुर की भूमि की सुरक्षा और सीमाई इलाकों के पुन: सर्वेक्षण की बराबर मांग करते रहे हैं.
चंदेल जिले से प्राप्त आधिकारिक सूचनाओं के मुताबिक म्यामां ने मोरेह के सीमाई शहर के निकट स्थित होलेनफाई गांव में पेड़ों को काटकर लकड़ियों का बाड़ लगायी और ग्रामीणों को इलाका खाली करने को कहा. सूत्रों ने बताया कि होलेनफाई गांव मणिपुर में आता है.