जयपुर: मंदिर बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर जयपुर में चक्का जाम सुबह नौ बजे से आरंभ हो गया. चक्का जाम में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, हिन्दूवादी संगठनों के पदाधिकारी कार्यकर्ता सहित काफी संख्या में महिलाओं ने जयपुर के सौ से अधिक स्थानों पर मुख्य मार्गों पर जाम लगाया.
समिति ने जयपुर में मंदिरों को तोडने के विरोध में, तोडे गये मंदिरों के लिये जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करने और रोजगारेश्वर मंदिर समेत अन्य टूटे मंदिरों का फिर से निर्माण कराने की मांग को लेकर दो घंटें के चक्का जाम का आह्वान किया है.
समिति के संयोजक बी एन चौधरी ने कहा कि कार्यकर्ता और धार्मिक स्थलों को भेदभावपूर्ण तरीके से तोडे जाने से उद्वेलित जनमानस स्वत: चक्काजाम अभियान में शामिल हो रहे हैं.
चक्काजाम में भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कैलाश भट्ट और साधू-संत शमिल हैं. चक्का जाम से एंबुलेंस, राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के वाहन को अलग रखा गया है. इधर, कुछ निजी स्कूलों ने चक्का जाम को देखते हुए अवकाश घोषित कर दिया है.
इस बीच, पुलिस के अनुसार चक्का जाम के दौरान फिलहाल किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. लोगों की सुविधाओं के लिये पुलिस ने प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा एवं वाहनों को अन्य मार्गों से निकालने के प्रबंध किये हुए हैं.