भारतीय वायुसेना के पास आवंटित क्षमता से बहुत कम युद्धक जेट

नयी दिल्ली : भारतीय वायुसेना प्रमुख एनएके ब्राउन ने आज कहा कि वायुसेना 42 युद्धक स्क्वाड्रन की प्राधिकृत शक्ति से बहुत कम विमानों से काम चला रही है और अगर 126 युद्धक जेट के लिए प्रस्तावित सौदे में और विलंब हुआ तो सेवा के बल स्तर में बहुत तेज गिरावट आयेगी. ब्राउन ने यहां अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2013 5:23 PM

नयी दिल्ली : भारतीय वायुसेना प्रमुख एनएके ब्राउन ने आज कहा कि वायुसेना 42 युद्धक स्क्वाड्रन की प्राधिकृत शक्ति से बहुत कम विमानों से काम चला रही है और अगर 126 युद्धक जेट के लिए प्रस्तावित सौदे में और विलंब हुआ तो सेवा के बल स्तर में बहुत तेज गिरावट आयेगी.

ब्राउन ने यहां अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, प्राधिकरण युद्धक विमानों के 42 स्क्वाड्रन का है. अभी हम उससे बहुत कम हैं. 12वीं और 13वीं योजना (2012-2022) में हमें एक खास बल स्तर कायम रखना होगा क्योंकि इसी दौरान बल स्तर में सबसे ज्यादा कमी आ रही है. और हम इन दो योजना कालों में कई स्क्वाड्रन खो रहे हैं.

वायुसेना प्रमुख ने कहा, अगर 12वीं योजना के अंत (2017) तक एमएमआरसीए (मीडियम मल्टी-रोल कंबैट एयरक्राफ्ट) हमारे पास नहीं आता तो हमारा बल स्तर बहुत तेजी से गिर जायेगा. यही है जिसे हमें रोकना है. हमें देश को प्रतिरोधी क्षमता प्रदान करने के लिए बल स्तर बनाये रखना है. भारतीय वायुसेना फ्रांस की फर्म दस्साल्त एवियेशन से 126 रफाले युद्धक विमान की खरीदारी की प्रक्रिया में है और अप्रैल 2012 में गहन परीक्षण चरण के बाद उसे चुना गया है.

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