Emergency 50th Anniversary: पीएम मोदी के बयान पर छिड़ी जंग, 25 जून को देशभर में बैठक करेगी बीजेपी
Emergency: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत सोमवार से हुई. पहले सत्र की पहली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के नेता के नाते सबसे पहले, सदस्य के रूप में शपथ ली. उसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही शुरू कराई और सदस्यों को शपथ दिलाई.
Emergency: आपातकाल को लेकर जारी हंगामा के बीच बीजेपी मंगलवार 25 जून को देशभर में बैठक करेगी. जिसमें बीजेपी के सभी महासचिव शामिल रहेंगे. देश में 25 जून, 1975 को आपातकाल घोषित किया गया था और यह 21 मार्च, 1977 तक जारी रहा. इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के इस कदम का विरोध करने वाले नेताओं को गिरफ्तार किया गया था.
आपातकाल पर क्या बोले पीएम मोदी
सत्र का पहला दिन ही हंगामेदार रहा. संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल की बात छेड़ दी. जिससे विपक्ष, खासकर कांग्रेस नाराज हो गई. पीएम मोदी ने आपातकाल को लोकतंत्र पर लगा ‘काला धब्बा’ करार देते हुए कहा कि इसकी 50वीं बरसी के मौके पर देशवासी यह संकल्प लें कि भारत में फिर कभी कोई ऐसा कदम उठाने की हिम्मत नहीं करेगा. पीएम के इसी बयान पर भारी हंगामा हुआ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पलटवार किया.
पिछले 10 साल के अघोषित आपातकाल को भूल गए प्रधानमंत्री मोदी: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 50 साल पहले के आपातकाल का जिक्र किया, लेकिन पिछले 10 वर्षों के उस अघोषित आपातकाल को भूल गए जिसका जनता ने इस लोकसभा चुनाव में अंत कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि देश को उम्मीद थी कि संसद सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नीट एवं अन्य परीक्षओं में ‘पेपर लीक’ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलेंगे, लेकिन उन्होंने मौन साध लिया.
25 जून ना भूलने वाला दिवस : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल पर टारगेट करते हुए कहा, कल 25 जून है. जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा के प्रति समर्पित है, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं. उनके लिए 25 जून ना भूलने वाला दिवस है. कल 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की नयी पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि उस समय कैसे देश के संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था, देश को जेल खाना बना दिया गया था और लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था.
Also Read: इमरजेंसी को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणी पर भड़के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे