नयी दिल्ली : राजस्थान में मंदिरों को तोडे जाने के खिलाफ आंदोलन कर रही विहिप ने आज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर हिंदुओं के पूजा स्थलों को निशाना बनाकर ‘छद्म धर्मनिरपेक्ष’ बनने का आरोप लगाया. आरएसएस से संबद्ध संगठन ने कहा कि वह मंदिरों को गिराये जाने के खिलाफ आखिरी उपाय के तौर पर सडकों पर उतरी है और इस आंदोलन को तार्किक अंजाम तक ले जाएगी. विहिप ने यह भी कहा कि उसने अयोध्या में राममंदिर बनाने के अपने ‘मूल मुद्दे’ को नहीं छोडा है, और यह उसके एजेंडा में शामिल है.
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा, ‘क्यों सिर्फ मंदिरों को निशाना बनाया गया है, इस पक्षपात, भेदभाव की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसलिए विहिप की स्थानीय इकाई ने तोडफोड का विरोध किया है और यह स्वाभाविक है. सडक पर उतरना आखिरी उपाय था.’ उन्होंने कहा, ‘लोगों को आश्चर्य है कि क्या कोई व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष बनने का प्रयास कर रहा है और हिंदू विरोधी बन रहा है.’
जब उनसे पूछा गया कि क्या राजे छद्म धर्मनिरपेक्ष बनने का प्रयास कर रही हैं तो उन्होंने कहा, ‘संभवत’ उन्होंने कहा, ‘और इस प्रयास में बाहरी लोगों को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है जो उनके अपने नहीं बन सकते लेकिन ऐसे लोग अपने लोगों का भी विश्वास खोते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी लडाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है बल्कि उस व्यक्ति के कृत्य के खिलाफ है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर का मुद्दा फोकस में नहीं है तो उन्होंने कहा, ‘यह हमेशा विहिप के फोकस में है.
इसे कभी ठंडे बस्ते में नहीं डाला गया. मंदिर निर्माण का संकल्प विहिप का नहीं बल्कि समूचे हिंदू समुदाय का है. अगर कोई विहिप को रोकना चाहे तो भी लोग इसकी अनुमति नहीं देंगे.’ विहिप नेता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजस्थान में मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. यहां तक कि वैसे मंदिर जो 150 से 200 साल पुराने हैं. जैन ने कहा, ‘सिर्फ हिंदू मंदिरों पर हमला किया जा रहा है और गिराया जा रहा है.
अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों को छुआ तक नहीं गया है. मंदिरों को निशाना बनाए जाने से पहले उनकी ऐतिहासिकता को ध्यान में रखा जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘हमने यह आंदोलन शुरू किया है. परिणाम अच्छा होना चाहिए. हम इस आंदोलन को इसके तार्किक अंजाम तक ले जाएंगे.’