मोदी को शौचालय परियोजना का ब्रांड अंबेसेडर नियुक्त करना चाहिएः शिवसेना

मुम्बई: शिवसेना ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी का ‘‘शौचालय पहले, बाद में देवालय ’’ बयान यह दिखाता है कि भाजपा अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के विचार के सम्पर्क में नहीं है.शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘मोदी को शौचालय वाली टिप्पणी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी. उन्होंने ‘जय श्रीराम’ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2013 3:26 PM

मुम्बई: शिवसेना ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी का ‘‘शौचालय पहले, बाद में देवालय ’’ बयान यह दिखाता है कि भाजपा अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के विचार के सम्पर्क में नहीं है.शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘मोदी को शौचालय वाली टिप्पणी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी. उन्होंने ‘जय श्रीराम’ की बजाय ‘जय जयराम’ कहा जिसके बाद पार्टी में इस संबंध में सवालों से बचने के प्रयास शुरु हो गए.’’

इसमें कहा गया है, ‘‘तस्वीर यह है कि मोदी नेतृत्व कर रहे हैं और भाजपा अनुसरण कर रही है. हम क्या कह सकते हैं. सभी को शौचालय निर्माण कार्य में शामिल होना चाहिए. जहां तक मंदिर निर्माण का सवाल है तो हम उसे बाद में देखेंगे.’’ संपादकीय में कहा गया है, ‘‘मोदी ने ‘पहले शौचालय, बाद में देवालय’ वाली टिप्पणी से एक साहसी विचार सामने रखा है. यह हैरान करने वाला है कि कांग्रेस ने इसके लिए उन पर हमला बोला.’’

संपादकीय में कहा गया है, ‘‘वास्तव में मोदी वही कह रहे हैं जो जयराम रमेश इससे पहले कहते रहे हैं.. कांग्रेस को शौचालय परियोजना के लिए मोदी को ब्रांड अंबेसेडर नियुक्त कर देना चाहिए..’’ संपादकीय में कहा गया है, ‘‘पहले जब रमेश ने अपने विचार रखे थे तब भाजपा, विहिप और संघ परिवार ने उनकी आलोचना की थी.

अब भाजपा नेता मोदी का बचाव कर रहे हैं.’’ संपादकीय में आगे कहा गया है कि यदि मोदी और रमेश उन स्थानों पर विद्यालय और सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण की घोषणा करते हैं जहां अवैध मस्जिदें और मदरसे खड़े हैं तो यह वास्तव में धर्मनिरपेक्षता का मंत्र होगा. मोदी ने गत दो अक्तूबर को युवाओं के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, ‘‘शौचालय पहले बनाओ, देवालय बाद में.’’ मोदी ने कहा था कि उनकी छवि एक हिंदुत्ववादी नेता की है इसके बावजूद वह यह कहने का साहस रखते हैं.

उद्धव ठाकरे ने हाल में मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने का स्वागत किया था और कहा थ कि ‘समुंद्र मंथन’ के बाद अमृत निकला है.

उद्धव ने कहा, ‘‘वर्तमान परिस्थितियों में यदि कांगेस पराजित होती है और हिंदुत्व प्रोत्साहित होता है तथा देश की बागडोर मोदी के हाथों में जाती है तो शिवसेना उसका खुले दिल से स्वागत करेगी.’’

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