नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने आज यहां की एक अदालत में वसंत कुंज के एक घर में अपनी मालकिन के हाथों कथित रुप से यातनाओं की शिकार लड़की के बयान पेश किये. ये बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किये गये थे और इसमें पीड़ित ने दर्द की पूरी कहानी बयां की थी. वसंत कुंज के एक घर में नौकरानी का काम करने वाली लड़की झारखंड की रहने वाली है.
शुक्रवार की सुबह नौ बजे सहायिका की मां झारखंड से दिल्ली पहुंची. झारखंड सरकार के निर्देश पर वह दिल्ली आकर सीधे वसंत विहार स्थित झारखंड भवन पहुंची. वहां जांच अधिकारी ने दोपहर उनका बयान दर्ज किया. पीड़ित लड़की की मां ने बताया कि उसके पांच बच्चे हैं. घर के हालत अच्छे नहीं है जिस कारण उसे अपनी बच्ची को दिल्ली काम करने के लिए भेजना पड़ा.
उन्होंने कहा कि पीड़ित लड़की को खाने को ढंग से भोजन तक नहीं दिया जाता था. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने एसडीएम के सामने भी लड़की का बयान दर्ज किया है जिसमें उसने दावा किया कि उसे लगातार लंबी अवधि तक काम के लिए मजबूर किया गया.पीड़ित ने मजिस्ट्रेट को बताया कि वंदना ने उसे जलाया. उसने बताया कि वंदना के घर पर कोई मेहमान नहीं आया करता था और उसे अर्धनग्न हालत में घर के बाहर साफ सफाई के लिए मजबूर किया जाता था.
पुलिस ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा के सामने लड़की का बयान पेश किया. न्यायाधीश ने आज प्रमुख आरोपी वंदना की जमानत याचिका पर आदेश सात अक्तूबर के लिए सुरक्षित रखा.
पुलिस ने कहा कि डाक्टर ने उनसे कहा कि जब लड़की को इलाज के लिए लाया गया, वंदना ने उनसे कहा कि पीड़ित के भाई ने उससे मारपीट की जिसके कारण उसे चोटें लगीं.
पुलिस ने वंदना की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी जांच जारी है और अगर उन्हें जमानत दी जाती है तो आरोपी जांच को प्रभावित कर सकते हैं.