नयी दिल्ली: लोगों के बीच व्याप्त अवधारणा को खारिज करते हुए, सड़क संबंधी शोध करने वाली एक प्रमुख एजेंसी ने अपने एक हालिया अध्ययन में बताया है कि देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाली कुल दुर्घटनाओं में से केवल करीब 16 फीसदी दुर्घटनाएं ही नशे की हालत में गाड़ी चलाने के कारण होती हैं.
केंद्रीय सड़क शोध संस्थान :सीआरआरआई: ने पांच साल के अध्ययन में बताया है कि नशे की हालत में गाड़ी चलाने के कारण केवल 620 दुर्घटनाएं हुईं जबकि नशा न करने वालों के कारण हुयी दुर्घटनाओं की संख्या 3,316 रही.
दुर्घटनाओं के कुल 3,316 मामले में से 371 मामले घातक और 942 गंभीर किस्म के थे। इन सड़क हादसों में से शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुये 620 मामलों में से 63 घातक जबकि 221 गंभीर किस्म के थे. यह अध्ययन पांच साल में देश भर के 11 राष्ट्रीय राजमार्ग से एकत्र आंकड़ों पर आधारित है. ज्यादातर आंकड़े स्वर्णिम चतुर्भुज से जुड़े हैं. इन आंकड़ों में देश भर के विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी का भी विश्लेषण किया गया है.