राहुल गांधी की रेहडी-पटरी वालों से मुलाकात को भाजपा ने बताया, पार्ट टाइम पॉलिटिशन का पॉलिटिकल प्रपंच
नयी दिल्ली :कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी चौंकाने वाली राजनीति व कदमों के लिए मशहूर हो गये हैं. वे क्या करने वाले हैं, इसका अहसास ठीक से उनकी पार्टी के लोगों को भी नहीं होता है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज इसी तरह अपने एक चौंकाने वाले कदम के तहत आज दिल्ली के रघुवीर नगर […]
नयी दिल्ली :कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी चौंकाने वाली राजनीति व कदमों के लिए मशहूर हो गये हैं. वे क्या करने वाले हैं, इसका अहसास ठीक से उनकी पार्टी के लोगों को भी नहीं होता है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज इसी तरह अपने एक चौंकाने वाले कदम के तहत आज दिल्ली के रघुवीर नगर पहुंचे और वहां जोगमाता मंदिर में पूजा-अर्चना की. वे वहां के गुजराती समुदाय के लोगों से मिले, जो फेरी का काम कर जीवन यापन करते हैं. राहुल ने उनकी समस्याएं भी सुनीं.
उधर, भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के इस कदम को पार्ट टाइम पॉलिटिशयन का पार्ट टाइम पॉलिटिकल प्रपंच बताया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने गरीबों के लिए पिछले दस सालों में बेददी से काम किया. नकवी के अनुसार, उनकी पार्टी को लोगांे के प्रोग्रेश व प्रोसपेक्टिव की चिंता नहीं है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजराती समुदाय से आते हैं और गरवी गुजरात (गौरवशाली गुजरात) के वे मुखर प्रवक्ता रहे हैं. ऐसे में राहुल गांधी के इस कदम के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं और विश्लेषक तरह-तरह से इसकी व्याख्या कर रहे हैं.
राहुल गांधी के इस कदम को केंद्र में शासन कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में शासन कर रहे अरविंद केजरीवाल की गरीब केंद्रित पॉलिटिक्स पर सवाल उठाने की कवायद का हिस्सा माना जा रहा है.वहीं, भाजपा ने उनके इस कदम को फोटो अपरच्यूनिटी करार दिया है.
इस दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता अजय माकन व पीसी चाको भी मौजूद थे. राहुल गांधी ने यहां फेरीवालों से बात की और उनकी समस्याएं सुनी. राहुल गांधी का यह कार्यक्रम पहले से तय नहीं था अचानक ही यह कार्यक्रम बना है. राहुल पहले भी फेरीवालों के हक में आवाज उठा चुके हैं. यहां बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद हैं और राहुल गांधी उनसे बात कर रहे हैं. फेरीवालों ने अपनी समस्याएं बतायी कि कैसे कई परिवार वालों के पेट यहां पलते हैं.