अमित शाह ने शिवराज-डॉ रमन को दी क्लीन चिट, बोले इनके गेहूं-चावल कार्यक्रम शानदार
भोपाल : भले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह महासंपर्क अभियान पर भोपाल कार्यकर्ताओं से रू -ब-रू होने पहुंचे हों, लेकिन उन्होंने वहां पहुंच कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पडोसी छत्तीसगढ के सीएम डॉ रमन सिंह को बडी राहत दे दी. अमित शाह ने समन्वय भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते […]
भोपाल : भले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह महासंपर्क अभियान पर भोपाल कार्यकर्ताओं से रू -ब-रू होने पहुंचे हों, लेकिन उन्होंने वहां पहुंच कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पडोसी छत्तीसगढ के सीएम डॉ रमन सिंह को बडी राहत दे दी. अमित शाह ने समन्वय भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की. शाह ने अपने भाषण में व्यापमं घोटाले का कोई जिक्र नहीं किया, जिसकी आंच पर मध्यप्रदेश की चौहान सरकार पर पिछले दिन से लग रही है.
शिवराज सिंह चौहान को क्लीन चिट देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ का काम सराहनीय है. उन्होंने अपने संबोधन में शिवराज की तारीफ जहां गेहूं योजना के लिए की, वहीं रमन सिंह की तारीफ चावल योजना के लिए की. उन्होंने कहा कि हमारे दोनों सीएम बेहतर काम कर रहे हैं. ध्यान रहे कि हाल में कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने डॉ रमन सिंह पर चावल घोटाले का आरोप लगाया था.
दोनों राज्यों के लोग थे आमंत्रित
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इस महासंपर्क अभियान में दोनों राज्यों मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया था. छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह तो इस बैठक में नहीं आ सके, लेकिन उनके सांसद बेटे अभिषेक सिंह, प्रदेश अध्यक्ष धर्मलाल कौशिश व बृजमोहन अग्रवाल जैसे प्रमुख लोग बैठक में शामिल हुए.
मीडिया से बचते रहे अमित शाह व चौहान
हवाईअड्डे पर जब मीडिया से अमित शाह से बात करने की कोशिश की तो, वे पत्रकारों को नजरअंदाज करते रहे. यहां तक की मीडिया के लिए हमेशा सहज रहे सीएम शिवराज सिंह चौहान भी उनसे दूरी बनाये रहे. कार्यक्रम स्थल पर कैमरामैन व फोटोग्राफर को ही अंदर जाने की अनुमति दी गयी. पत्रकारों को बाहर ही रोक दिया गया.
जमीनी हालात का जायजा लेने की कवायद
राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि अमित शाह इस दौरे के माध्यम से मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ के जमीनी हालात का जायजा लेना चाहते हैं. भाजपा प्रमुख यह जानना चाहते हैं कि उनके मजबूत क्षत्रप अब पार्टी के लिए कि तने खरे हैं और कार्यकर्ताओं व प्रमुख नेताओं के साथ आमजन का क्या मूड है. महासंपर्क अभियान की समीक्षा के दौरान पार्टी के सदस्यता अभियान पर भी चर्चा होनी है.